अहमदाबाद: उत्तरायण में जहां लोग पतंग उड़ाने में व्यस्त होंगे, वहीं पुलिस अधिसूचना का अनुपालन सुनिश्चित करने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए शहर के सड़कों पर दिखाई देगी. पुलिस ने उत्तरायण के लिए एक कार्य योजना तैयार की है जिसमें 11 डीसीपी, 21 एसीपी, 63 पीआई, 207 पीएसआई, 4 एसआरपी कंपनियां और 10,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. इतना ही नहीं पुलिस ड्रोन की मदद से अगल-अलग सोसायटी के छतों पर पैनी नजर रखेगी.
गुजरात सरकार की ओर से उत्तरायण को लेकर जारी गाईडलाइन में कहा गया है कि उत्सव के दौरान किसी भी सोसायटी तथा मोहल्ले में बाहर के लोगों को भी नहीं बुलाया जा सकेगा. इसके चलते अब मेहमान भी एक दूसरे के परिवारों में जाकर पतंग उत्सव नहीं मना सकेंगे. सरकारी आदेश के बाद लोगों में खासी चर्चा है कि राजनेताओं की रैलियां एवं सभाओं में डीजे और लाउडस्पीकर का जमकर उपयोग होता है लेकिन लोगों के त्योहार पर लाउडस्पीकर डीजे बजाने पर भी रोक लगा दी गई.
अहमदाबाद पुलिस ने उत्तरायण उत्सव के लिए एक कार्य योजना तैयार की है और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 11 डीसीपी, 21 एसीपी, 63 पीआई, 207 पीएसआई और 4 एसआरपी कंपनियों सहित 10,000 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. इतना ही नहीं ड्रोन की मदद से पैनी निगरानी की जाएगी.
इसके अलावा कोरोना महामारी के दौरान नियमों की अनदेखी कर छत पर भीड़ करने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. गुजरात में दर्ज किए जा रहे कोरोना के दैनिक मामलों की कुल संख्या में आधे से ज्यादा केस सिर्फ अहमदाबाद शहर में दर्ज हो रहे हैं. ऐसे में अगर लोग थोड़ी भी लापरवाही दिखाएंगे तो अहमदाबाद शहर में एक बार फिर से कोरोना विस्फोट हो सकता है.