गांधीनगर: राज्य और देश भर में टीकाकरण अभियान चल रहा है. कोरोना की तीसरी लहर के पहले टीकाकरण में तेजी लाई जा रही है. मोदी सरकार ने टीकाकरण अभियान के पहले दिन 88.09 लाख लोगों का टीकाकरण कर विश्व रिकॉर्ड बनाया था. हालांकि, अब इसकी रफ्तार दिन-ब-दिन कमी दर्ज की जा रही है. इसके पीछे का कारण टीकों की कमी है. गुजरात के अहमदाबाद में भी टीकाकरण केंद्र के बाहर बड़े-बड़े अक्षरों में टीकाकरण केंद्र बंद करने का नोटिस चस्पा किया गया है. Ahmedabad vaccination center closed
रूपाणी सरकार की खुली पोल Ahmedabad vaccination center closed
स्वघोषित संवेदनशील रूपाणी सरकार ने मुफ्त टीकाकरण को लेकर कई बड़ी घोषणाएं की हैं. उदाहरण के लिए घर-घर जाकर टीकाकरण किया जाएगा, आदि. लेकिन अहमदाबाद जैसे मेगासिटी में टीकाकरण की कमी है. यह रूपाणी सरकार के प्रबंधन की विफलता को दर्शाता है. Ahmedabad vaccination center closed
अहमदाबाद में कम पड़ गई वैक्सीन
सरकार को यह जानना होगा कि राज्य में प्रतिदिन एक निश्चित संख्या में टीकों की आवश्यकता होती है. इसलिए सरकार के पास भी एक निश्चित संख्या में लोगों को टीका लगाने की क्षमता है. इसलिए टीका उसी के अनुसार उपलब्ध कराया जाना चाहिए. लेकिन गुजरात की रूपाणी सरकार फेल हो गई है और इसके चलते अहमदाबाद जैसे मेगा शहर में टीकाकरण केंद्र बंद किए जा रहे हैं. Ahmedabad vaccination center closed
तो दूसरी ओर डेल्टा वेरिएंट ने एक बार फिर चिंता बढ़ा दी है. यह गुजरात में भी नए वेरिएंट की एंट्री हो चुकी है. ऐसे में बड़े शहरों में टीकाकरण में तेजी लाने की जरूरत है. क्योंकि दूसरी लहर में शहरों के श्मसानों में लाइन लग गई थी. इसलिए तीसरी लहर को रोकने के लिए पहले बड़े शहरों की रक्षा करना जरूरी है. इसलिए रूपाणी सरकार को जरूरत के हिसाब से बड़े शहरों में वैक्सीन उपलब्ध करानी होगी. Ahmedabad vaccination center closed
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