महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार को मनाने की कोशिशें जारी हैं. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल सोमवार सुबह अजित पवार से मुलाकात करने पहुंचे. हालांकि, यह मुलाकात बेनतीजा रही और अजित पवार नहीं माने. लेकिन फिर भी एनसीपी के कई वरिष्ठ नेताओं को पवार को मनाने की जिम्मेदारी दी गई है. और लगातार कोशिश की जा रही है कि किसी ना किसी तरीके से अजित पवार को मना लिया जाए और एक बार फिर से शरद पवार के खेमा में लाया जा सके.
इससे पहले एनसीपी नेता दिलीप वालसे पाटील, सुनील तटकरे और हसन मुश्रीफ ने अजित से मुलाकात की थी. इस मुलाकात से पहले एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील ने अजित पवार से वापस लौटने की अपील की थी.
अजित पवार क्यों बने मजबूरी
दरअसल अजित पवार एक लम्बे वक्त से पार्टी में अपनी अलग छवि रख रहे थे और बूथ स्तर पर उनकी पकड़ काफी अच्छी मानी जाती है. इसलिए एनसीपी के नेता पवार को मनाने की दिल तोड़ कोशिश कर रहे हैं. पार्टी ये भी चाह रही है कि सुप्रीम कोर्ट इस मामले को लेकर जो भी फैसला सुनाए उससे पहले अजित पवार को मना लिया जाए