अंटार्कटिका महाद्वीप में बीते गुरुवार को अब तक का सबसे गर्म दिन रहा. अर्जेंटीना रिसर्च बेस ने पोलार रीजन में सबसे अधिक तापमान 18.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया. इससे पहले मार्च 2015 में इस द्वीप पर 17.5 डिग्री सेल्सियस का तापमान दर्ज किया गया था. वर्ल्ड मीटियोरोलॉजिकल ऑर्गेनाइजेशन की प्रवक्ता क्लेयर नलिस ने जिनेवा में बताया कि इतना तापमान तो गर्मियों के दिनों में भी यहां दर्ज नहीं होता.
क्लेयर नलिस के मुताबिक, अंटार्कटिका के तापमान में बीते 50 साल के दौरान 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी देखी गई है. यही कारण है कि इस क्षेत्र के 87% ग्लेशियर धीरे-धीरे सिकुड़ते जा रहे हैं. ऐसा पिछले 12 सालों में तेजी से हुआ. वैज्ञानिक इसकी वजह जलवायु परिवर्तन बता रहे हैं. पिघलती बर्फ से इस सदी के अंत तक समुद्रों का जलस्तर करीब 10 फीट तक बढ़ेगा. इससे दुनिया के तटीय शहर डूब सकते हैं.
नलिस ने बताया, 1979 से लेकर 2017 तक अंटार्कटिका की आइस शीट सालाना छह गुना कम होती गई. अंटार्कटिका में जनवरी 1982 में तापमान माइनस 19.8 डिग्री सेल्सियस था, जो अब 18.3 तक पहुंच चुका है. 2019 में उत्तरी ध्रुव आर्कटिक के कनाडा स्थित एल्समेयर आईलैंड में जुलाई के वक्त 21 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया जो कि अपने आप में एक रिकॉर्ड था.