देश में जारी कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लाल किले पर 74वें स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगा फहराया. इस दौरान रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित एंटी ड्रोन सिस्टम को लाल किले पर पीएम मोदी की सुरक्षा में तैनात किया गया था.
यह एंटी ड्रोन सिस्टम किसी भी ड्रोन हमले से बचाने की क्षमता रखता है.
साथ ही छोटे से छोटे ड्रोन को तीन किलोमीटर के दायरे में आने से रोकता है.
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क्या है खूबी
एंटी ड्रोन सिस्टम एक से ढाई किलोमीटर के दायरे में उसे लेजर की मदद से मार गिराने में सक्षम होता है.
डीआरडीओ के लिए यह बड़ी सफलता मानी जा रही है.
डीआरडीओ ने ऐसी तकनीक विकसित की है, जो या तो जैमिंग कमांड के माध्यम से माइक्रो ड्रोन्स को नीचे ला सकती है या लेजर पर आधारित निर्देशित ऊर्जा हथियार के माध्यम से ड्रोन्स के इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरण को नुकसान पहुंचा सकती है.
एंटी ड्रोन सिस्टम तीन किलोमीटर तक के माइक्रो ड्रोन्स का पता लगा सकती है.
सुरक्षा रखा गया ध्यान
कोरोना महामारी के कारण इस स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ज्यादा चहल पहल नहीं दिखी.
कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रखा गया.
लोग दो गज की दूरी का खास ध्यान रखे थे.
स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए रक्षा मंत्रालय ने व्यापक तैयारियां की थीं और जरूरी दिशानिर्देश जारी किए थे.
प्रवेश के पहले विभिन्न द्वारों पर मास्क और सैनिटाईजर की व्यवस्था की गई थी.
पीएम ने बनाया रिकॉर्ड
इसके साथ ही पीएम मोदी के नाम एक अनोखा रिकॉर्ड भी दर्ज हो गया.
प्रधानमंत्री मोदी लगातार सातवीं बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फरहराने वाले देश के चौथे प्रधानमंत्री और पहले गैर-कांग्रेसी पीएम बन गए हैं. इससे पहले सात या उससे ज्यादा बार लाल किले पर तिरंगा फहराने वाले प्रधानमंत्रियों में जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और मनमोहन सिंह शामिल हैं.