सेना दिवस पर सेनाध्यक्ष मुकुंद नरवणे ने दिल्ली कैंट स्थित करियप्पा ग्राउंड में होने वाले प्रोग्राम में हिस्सा लेने के बाद देशवासियों को संबोधित किया. Army Chief Mukund Narwane
इस मौके पर सेनाध्यक्ष नरवणे ने चीन को सख्त संदेश देते हुए कहा कि हमारे धैर्य की परक्षी मत लें. उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश से लगी सीमा पर तैनात जवानों ने मुश्किल दौर का सामना किया.
लेकिन हमने किसी भी हालात से निपटने के लिए मुंहतोड़ जवाब भी दिया है.
सेनाध्यक्ष ने ड्रैगन को किया सख्त संदेश Army Chief Mukund Narwane
सेना दिवस पर देशवासियों को संबोधित करते हुए सेनाध्यक्ष ने कहा कि गलवान घाटी में जो सैनिक मारे गए उनका बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा.
पूर्वी लद्दाख के एलएसी पर चीन के साथ जारी सीमा विवाद के मद्देनजर सेना प्रमुख जनरल ने ड्रैगन को सख्त संदेश देते हुए कहा कि हम बातचीत और राजनीतिक उपायों के जरिए समस्या का समाधान करने को प्रतिबद्ध हैं और किसी को हमारे संयम की परीक्षा लेने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. Army Chief Mukund Narwane
हम किसी भी हालात से निपटने के लिए तैयार हैं. इस मौके पर उन्होंने कहा कि देशवासियों को मैं बताना चाहता हूं कि हमारी सीमा हर तरीके से सुरक्षित है.
पीएम मोदी ने ट्वीट कर दी शुभकामनाएं Army Chief Mukund Narwane
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेना दिवस पर ट्वीट कर लिखा “मां भारती की रक्षा में पल-पल मुस्तैद देश के पराक्रमी सैनिकों और उनके परिजनों को सेना दिवस की हार्दिक बधाई.
हमारी सेना सशक्त, साहसी और संकल्पबद्ध है, जिसने हमेशा देश का सिर गर्व से ऊंचा किया है. समस्त देशवासियों की ओर से भारतीय सेना को मेरा नमन.” Army Chief Mukund Narwane
गौरतलब है कि देश में हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है. इसी दिन लेफ्टिनेंट जनरल के. एम. करियप्पा ने भारतीय थल सेना के शीर्ष कमांडर की जिम्मेदारी संभाली थी.
15 जनवरी 1949 को ब्रिटिश राज के समय के भारतीय सेना के अंतिम अंग्रेज शीर्ष कमांडर जनरल रॉय फ्रांसिस बुचर से लेफ्टिनेंट जनरल के. एम. करियप्पा यह पदभार ग्रहण किया था.
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