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फिर गुजरात आ रहे हैं औवैसी! 23 फरवरी को कर सकते हैं मोडासा और गोधरा का दौरा

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Asaduddin Owaisi: गुजरात में निकाय चुनावों को लेकर तैयारियों जोरों पर हैं. पहले चरण के मतदान के लिए प्रचार अभियान समाप्त हो रहा है लेकिन दूसरे चरण के लिए मतदान की तैयारियां अभी जोर पर हैं. इसी बीच खबर है कि एआईएमआईएम पार्टी के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी 23 फरवरी को गुजरात दौरे पर आ सकते हैं. वह निकाय चुनावों के दूसरे चरण के लिए अपनी पार्टी का प्रचार करने गुजरात पहुंच सकते हैं. Asaduddin Owaisi

सूत्रों के अनुसार एआईएमआईएम प्रमुख मोडासा और गोधरा में जनसभाएं कर सकते हैं, जहां उनकी पार्टी चुनाव लड़ रही है. Asaduddin Owaisi

जानकारी के मुताबिक, ओवैसी मोडासा में लोगों से मिलेंगे और शाम को वह गोधरा में प्रचार करेंगे. ओवैसी अहमदाबाद आएंगे या नहीं यह अभी स्पष्ट नहीं है. एआईएमआईएम के दो प्रतिनिधि इम्तियाज जलील और वारिस पठान पिछले कुछ दिनों से शहर में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. Asaduddin Owaisi

ओवैसी की पार्टी तैयार

एआईएमआईएम अहमदाबाद के छह मुस्लिम बहुल वार्डों से चुनाव लड़ रही है. पार्टी ने उन 21 उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है जो अहमदाबाद नगर निगम (एएमसी) के लिए चुनाव लड़ रहे हैं. इसके अलावा पार्टी मोडासा और गोधरा में भी कई कई सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बता दें कि पार्टी ने पूर्व विधायक साबिर काबलीवाला को गुजरात में अपना राज्य प्रमुख नियुक्त किया है. पार्टी ने गुजरात में तीन प्रवक्ताओं की भी नियुक्ति की है. Asaduddin Owaisi

बता दें कि इससे पहले ओवैसी ने 7 फरवरी को एक सार्वजनिक बैठक में कहा था कि कांग्रेस और भाजपा मामा-भांजे की तरह हैं. वहीं कांग्रेस ने एआईएमआईएम पर भाजपा की बी- टीम होने का आरोप लगाया है. Asaduddin Owaisi

ओवैसी ने अपने पहले अहमदाबाद दौरे के दौरान दावा किया था कि दलित, आदिवासी और मुस्लिम कई राजनीतिक दलों द्वारा उपेक्षित थे. उन्होंने कहा था कि एआईएमआईएम जीत नहीं सकती है लेकिन वर्गों के लिए एक मजबूत आवाज बनकर उभरेगी. Asaduddin Owaisi

ओवैसी ने आगे कहा था कि अगर वे कई सीटों से जीते हैं जहां से वे चुनाव लड़ रहे हैं तो वे सुनिश्चित करेंगे कि मतदाताओं की आवाज सुनी जाए. अगर उनके मुद्दों को हल नहीं किया जाता है तो वह गुजरात आएंगे और विरोध करेंगे. उस दौरान ओवैसी ने कहा था, “मैंने 2002 के सांप्रदायिक दंगों के दौरान हैदराबाद के 25 डॉक्टरों की एक टीम के साथ शाह आलम दरगाह में राहत शिविर के लिए आया था.”

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