Ayesha Suicide Case: आयशा आत्महत्या मामले में आए दिन नए और चौंकाने वाली जानकारियों सामने आ रही हैं. इसी बीच आज आरिफ की रिमांड आज पूरी हो गई और उसे एक बार फिर अदालत में पेश किया गया. हालांकि, अदालत ने आदेश दिया है कि पुलिस उसे रिमांड मांगे बिना न्यायिक हिरासत में भेजे. Ayesha Suicide Case
अहमदाबाद की 23 वर्षीय आयशा की आत्महत्या मामले में आयशा के पिता और उनके वकील ने कोर्ट में एक पत्र पेश किया है. यह खत आयशा ने मरने से पहले आरिफ के नाम लिखा था. इसमें उसने अपने ऊपर हुए जुल्मों की पूरी दास्तान लिखी है. Ayesha Suicide Case
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आयशा के वीडियो के बाद पति आरिफ के लिए एक और अंतिम पत्र सामने आया है. उसके वकील ने भी आत्महत्या से पहले आयशा द्वारा लिखे गए एक पत्र किया. उसने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि उसने अपने पति को धोखा नहीं दिया था और उसके ससुराल वालों ने उसे एक कमरे में भूखे-प्यासे चार दिनों तक बंद कर दिया गया था जब वह गर्भवती थी. Ayesha Suicide Case
पत्र में आयशा ने क्या लिखा
शनिवार को आत्महत्या मामले में जब आरिफ की रिमांड खत्म होने के बाद उसे पेश किया गया तभी आयशा के पिता के वकील जफर पठान ने कोर्ट में आयशा द्वारा लिखा गया एक लेटर पेश किया. यह खत आयशा ने आरिफ को लिखा था जिसमें उसने लिखा था तुमने अपनी करतूत को छुपाने के लिए मेरा नाम आसिफ के साथ जोड़ दिया जबकि आसिफ मेरा बेस्ट फ्रेंड और बेस्ट भाई है. Ayesha Suicide Case
आयशा ने आरिफ को संबोधित खत में लिखा,
“ऐसी कई चीजें हैं जो मैंने नहीं कीं. मुझे बहुत गलत लगा कि तुमने अपना गलत काम छिपाने के लिए मेरा नाम आशिफ के साथ जोड़ दिया. मैंने तुम्हें कभी धोखा नहीं दिया. तुमने मुझे 4 दिन के लिए कमरे में बंद कर दिया था, न खाना दिया था न पानी दिया था और मैं उस वक्त गर्भवती थी. तब भी तुम नहीं आए मेरी मदद के लिए और जब आए तब मुझे खूब पीटा था जिसकी वजह से मेरा लिटिल आरू आसिफ मर गया, अब मैं उसके पास जा रही हूं.”
न्यायिक हिरासत में आरिफ
उधर आरिफ के तीन दिन का रिमांड खत्म होते ही पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश किया. पुलिस ने कोर्ट को कहा कि अब उनके पास आरिफ के खिलाफ सुबूत है, जिस वजह से उन्हें आरिफ की पुलिस कस्टडी नहीं चाहिए और कोर्ट ने आरिफ को ज्यूडिशल कस्टडी के लिए भेज दिया है. Ayesha Suicide Case