अयोध्या राम मंदिर-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद का फैसला आने से पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किया था इतना ही नहीं पुलिस ने हालात को मद्देनजर रखते हुए सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए थी. ऐसे में फैसला आने के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालकर माहौल खराब करने की कोशिश के आरोप में 77 लोगों को गिरफ्तार किया है.
गृह विभाग के सूत्रों ने बताया कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद से अभी तक सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक सामग्री डालने के मामले में कुल 34 मुकदमे दर्ज हुए हैं और 77 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने बताया कि 10 नवंबर को ऐसे 22 मुकदमे दर्ज करके 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 10 नवंबर को फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पर डाली गई 4563 पोस्ट पर कार्रवाई हुई. अब तक ऐसी कुल 8275 पोस्ट पर कार्रवाई हुई है.
गौतमबुद्ध नगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने बताया कि थाना एक्सप्रेसवे क्षेत्र के गांव शाहपुर में रहने वाले संदीप चौहान ने अपने फेसबुक अकाउंट पर अयोध्या प्रकरण को लेकर कथित तौर पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली एक पोस्ट डाली. उन्होंने बताया कि घटना की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उन्होंने बताया कि थाना दनकौर क्षेत्र के मंडी श्याम नगर में रहने वाले शनि नामक एक व्यक्ति ने अपने फेसबुक अकाउंट पर कथित तौर पर सौहार्द बिगाड़ने वाला पोस्ट डाला. उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
एसएसपी ने बताया कि अयोध्या मामले पर फैसला आने के बाद सोशल मीडिया अकाउंट पर नजर रखी जा रही है. जो लोग इस मामले में भड़काऊ पोस्ट डाल रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. इतना ही नहीं व्हाट्सएप समूह में कथित तौर पर भड़काऊ पोस्ट और फोटो डालने पर भी पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है.