यस बैंक के ग्राहकों के लिए खुशखबरी है. यस बैंक पर लगी निकासी की पाबंदी को हटा दिया गया है. यानी अब न तो 50,000 से अधिक राशि की निकासी पर प्रतिबंध है और न ही कोई अन्य सेवाओं पर पाबंदी. यानी ग्राहकों को पहले की तरह बैंकिंग की सभी सुविधाएं मिलने लगी हैं. इस बात की जानकारी यस बैंक ने ट्वीट करके दी.
बुधवार शाम यस बैंक अपने ट्विटर अकाउंट के माध्य से ग्राहकों के सहयोग के लिए धन्यवाद कहा है. कुछ समय पहले आरबीआई ने 50 हजार से अधिक की निकासी पर बैन लगा दी थी. हालांकि सरकार लगातार कह रही थी कि घबराने की जरूरत नहीं है, जल्द ही सब कुछ सामान्य हो जाएगा. आरबीआई ने यस बैंक के बोर्ड को भी तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दिया था और प्रशांत कुमार को नए बोर्ड का नेतृत्व सौंपा गया था.
Our banking services are now operational. You can now experience the full suite of our services. Thank you for your patience and co-operation. #YESforYOU @RBI @FinMinIndia
— YES BANK (@YESBANK) March 18, 2020
गवर्नर ने दिलाया था भरोसा
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इसमें उन्होंने कहा था, मैं यस बैंक के जमाकर्ताओं को बताना चाहूंगा कि उनका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित है और चिंता की कोई बात नहीं है. केंद्र सरकार ने शुक्रवार देर शाम यस बैंक की पुनर्गठन योजना 2020 को अधिसूचित कर दी थी. इसेस पहले आरबीआई ने यस बैंक को तीन अप्रैल तक के लिए मोराटोरियम में डाल दिया था.
पुनर्गठन योजना के तहत एसबीआई तीन साल तक बैंक में अपनी हिस्सेदारी को 26% से कम नहीं कर सकती, जबकि बैंक अन्य निवेशक तथा मौजूदा शेयरधारकों के 75% निवेश के लिए तीन साल का एक लॉक इन पीरियड होगा. हालांकि, 100 से कम शेयर रखने वाले शेयरधारकों पर लॉक इन पीरियड का नियम लागू नहीं होगा.
बैंक शेयर में इजाफा
यस बैंक को संकट से निकालने के सरकार और रिजर्व बैंक के प्रयासों से निवेशकों का भरोसा और मजबूत हुआ है. मंगलवार को उसके शेयर करीब 63 फीसद तक उछल गए और बुधवार को भी इसका असर देखने को मिला. बुधवार को 3.7 फीसदी की उछाल के साथ 60.80 पर बंद हुआ. इसके शेयरों में उछाल के पीछे मूडीज की रेटिंग भी एक बड़ी वजह है.
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