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सूरत की महिला कांस्टेबल सिंघम सिंड्रोम से बेलगाम

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गुजरात के राज्य स्वास्थ्य मंत्री कुमार कानाणी के पुत्र को तालाबंदी के नियमों का उल्लंघन करने पर टोकने वाली पुलिस महिला कांस्टेबल सुनीता यादव के समर्थन में गुजरात ही नहीं बल्कि देश के अलग-अलग हिस्सों से आवाज उठ रही है. सुनीता को गुजरात के अलावा पूरे देश में चर्चित करने वाली मीडिया को भी अब सुनीता खरी-खोटी सुना रही है. जिसे देखकर ऐसा लगता है कि महिला कांस्टेबल सिंघम सिंड्रोम से बेलगाम हो गई हैं.

सुनीता जिस खाकी की वजह से मंत्री के बेटे से बदतमीजी कर रही थी अब उसी खाकी को सवालों के घेरे में खड़ा कर रही हैं. वह लोगों की हिमायत हासिल करने के लिए अब सोशल मीडिया का सहरा लिया है. सुनीता ने आज एक साथ एक नहीं बल्कि कई ट्वीट कर सरकार, सिस्टम के साथ ही साथ नेताओं पर सवाल खड़ा किया. माना जा रहा है कि ऐसा कर वह सस्ती लोकप्रियता हासिल करने की कोशिश कर रही हैं.

 

मंत्री के बेटे की मन की होना मुझे मंजूर नहीं- सुनीता यादव

सुनीता ने ट्वीट कर कहा- मामले के बाद सें मुझे मेरे सीनियर ने छुट्टी पर घर भेज दिया. जब मैने इस्तीफा दिया तो मेरा इस्तीफा भी नामंजूर कर दिया. अब मेरा उस क्षेत्र से ट्रांसफर कर रहे है. ट्रांसफ़र होना मतलब तौहीन होना और मंत्री के बेटे की मन की होना जो मुझे मंजूर नहीं.

पुलिस भ्रष्ट और नेताओं की करती है गुलामी

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा- नेताओं की गुलामी कुछ भ्रष्ट सिस्टम के कर्मचारियों ने जी भरकर की है क्योंकि स्वाभिमान और वर्दी की रक्षा से ज़्यादा पैसा प्यारा था और उसी कमजोर और भ्रष्ट सिस्टम के कारण नेता आज कुछ अच्छे कर्मचारियों को भी एक नाप तौल रहे हैं. लेकिन हम झुकने बालों में से नहीं.

 

मैं सरकार की नौकरी करती हूं किसी के बाप की नहीं: सुनीता यादव

मैं सरकार की नौकरी करती हूं किसी के बाप की नहीं, वह और ही लोग होंगे जो नेता और मंत्रियों की गुलामी करते हैं. हमने अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं करके नौकरी की है और भारत माता की शपथ ली है इस वर्दी की खातिर. मैं माफी मांगूगी अरे किस बात की माफी? कभी नहीं.

एक अन्य ट्वीट में कहा- बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ यह कथन नेताओ के लिए एक घिसी पिटी लाइन है. जो वह वोट समेटने के लिए इस्तेमाल करते हैं अगर वह इसे मानते तो मेरे साथ खड़े होते जिस मंत्री बेटे ने हमें कानून की धमकी दी, मैं तो धमकी से नहीं डरी न मैं कभी किसी के सामने झुकी थी न झुकूंगी थी.

 

खुद के बचान को लेकर शुरू किया नाटक

पुलिस विभाग में चल रही चर्चा के अनुसार, सुनीता यादव के कामकाज की तारीफ की जा रही है. लेकिन जिस तरीके से वीडियों को काटकर वायरस किया जा रहा है उससे गुजरात पुलिस की भी बदनामी हो रही है. खासकर सुनीता का वह ऑडियो जिसमें वह गलत भाषा का इस्तेमाल कर रही हैं. माना जा रहा है कि राज्य स्वास्थ्य मंत्री कुमार कानाणी के पुत्र को तालाबंदी के नियमों का उल्लंघन करने के मामले को लेकर गिरफ्तार किया जा चुका है. लेकिन सुनीता को पुलिस की छवि खराब करने के मामले को लेकर कार्रवाई की जा सकती है. इसीलिए कार्रवाई से बचने के लिए वह ऐसी हरकत कर रही है. माना जा रहा है कि वह इस्तीफा देकर अपनी वाहवाही कराना चाहती है. अगर उन्हे सस्पेंड किया गया तो वाहवाही हासिल नहीं कर पाएंगी.

https://archivehindi.gujaratexclsive.in/police-threaten-torape-stand-up-comedian/