Gujarat Exclusive > गुजरात > 101 दिनों बाद भरत सिंह सोलंकी डिस्चार्ज, एशिया का सबसे लंबा कोविड उपचार

101 दिनों बाद भरत सिंह सोलंकी डिस्चार्ज, एशिया का सबसे लंबा कोविड उपचार

0
823
  • आखिरकार 101 दिनों के बाद भरत सिंह सोलंकी ने कोरोना को हराया
  • भरत सिंह सोलंकी 30 जून को हुए थे कोरोना संक्रमित
  • कोरोना की चपेट में आने के बाद सिम्स अस्पताल में चल रहा था इलाज
  • यदि कोरोना होता है, तो भरोसा रखें और डॉक्टरों की सलाह का पालन करें: भरत सिंह

अहमदाबाद: गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री भरतसिंह सोलंकी ने आखिरकार 101 दिनों की लंबी लड़ाई के बाद कोरोना को मात देने में कामयाब हुए.

उनका 101 दिनों तक सिम्स अस्पताल में इलाज किया गया था. लंबी लड़ाई के बाद आज वह अस्पताल से डिस्चार्ज हो रहे हैं.

उन्हें अस्ताल से लेने के लिए कांग्रेसी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचे हैं. इसे एशिया का सबसे लंबा कोविड उपचार कहा जा रहा है.

101 दिनों बाद भरत सिंह सोलंकी को अस्पताल से मिली छुट्टी

कोरोना की चपेट में आने के बाद भरत सिंह सोलंकी को 51 दिनों तक वेंटिलेटर के सपोर्ट पर रखा गया था. 22 जून को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.

शुरूआती दिनों में उन्हे वडोदरा में भर्ती कराया गया था. लेकिन वहां उनकी तबीयत खराब होने की वजह से 30 जून को सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

101 दिनों के लंबे उपचार के बाद कोरोना को हराने में उन्होंने कामयाबी हासिल की इस मौके पर उन्होंने कहा कि “मेरा स्वस्थ होने किसी चमत्कार से कम नहीं” उन्होंने कहा यदि कोरोना होता है तो खुद पर विश्वास रखें और डॉक्टरों की सलाह का पालन करें.”

सोलंकी कई अन्य बीमारियों से हैं पीड़ित

भरत सिंह सोलंकी उच्च रक्तचाप, गुर्दे की बीमारी और अस्थमा की बीमारी से भी पीड़ित हैं. 22 जून को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी.

शुरूआती दिनों में उन्हें मांजलपुर में बैंकर्स सुपर स्पेशल अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लेकिन वहां उनकी तबीयत दिन प्रतिदिन खराब होने की वजह से उन्हें अहमदाबाद के CIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

जहां से आज उन्हे डिस्चार्ज कर दिया गया है.

कोरोना की चपेट में आने के बाद भरत सिंह सोलंकी कई चिकित्सा चुनौतियों का भी सामना किया है. भरत सिंह की तबीयत काफी ज्यादा खराब थी जब उन्हें सिम्स में भर्ती कराया गया था.

उनके फेफड़ों में संक्रमण फैल गया था. जिसके बाद उन्हें फिर बायपेप का सहारा लेना पड़ा था.

51 दिनों के लिए उन्हें वेंटिलेटर के सपोर्ट पर रखा गया था. इस दौरान भरत सिंह का प्लाजा थेरेपी से इलाज किया गया था.

गुजराती में ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

https://archivehindi.gujaratexclsive.in/ahmedabad-congress-news/