ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता वारिस पठान के हाल ही में दिए गए विवादित भाषण की वजह से लगातार आचोचना का शिकार हो रहे हैं. वारिस पठान के ’15 करोड़ मुस्लिम 100 करोड़ लोगों पर भारी’ वाले बयान पर देश में सियासी बवाल मचा हुआ है. राजनीतिक दलों के नेता और सामाजिक संगठन वारिस पठान के बयान की जमकर निंदा कर रहे हैं. इस बीच बिहार के मुजफ्फरपुर में एक अल्पसंख्यक सामाजिक संगठन ने वारिस पठान पर इनाम घोषित कर दिया है.
अल्पसंख्यक सामादिक संगठन ‘हक ए हिंदुस्तान मोर्चा’ की ओर से कहा गया है कि वारिस पठान का सिर कलम करने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा. संगठन की राष्ट्रीय संयोजक तमन्ना हाशमी ने वारिस पठान के बयान को देश विरोधी बताया है. इसके साथ ही उन्होंने एलान किया कि उसके (वारिस पठान) का सिर कलम करने वाले व्यक्ति को 11 लाख रुपये संगठन की ओर से दिए जाएंगे. इससे पहले मुजफ्फरपुर के कंपनी बाग रोड इलाके में AIMIM नेता के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया.
मालूम हो कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM के नेता वारिस पठान ने कर्नाटक में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि हम 15 करोड़ हैं और 100 करोड़ लोगों पर भारी हैं. वह 16 फरवरी को उत्तरी कर्नाटक के कलबुर्गी में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में रैली को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा था, ‘हमें साथ चलना होगा. हमें आजादी लेनी होगी, जो चीजें मांगने से नहीं मिलतीं, वह छीनकर लेनी होती हैं. याद रखिए…(हम) 15 करोड़ हैं, लेकिन 100 करोड़ पर भारी हैं.’ इस बयान के बाद उन पर ओवैसी की पार्टी ने मीडिया से बातचीत करने पर रोक लगा दी थी. हालांकि इसके बावजूद वारिस के बयान को लेकर लगातार विरोध जारी हैं.