महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ विवादित बयान देने की वजह से केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. रत्नागिरी के चिपलून में जब वह जन आशीर्वाद यात्रा कर रहे थे इसी दौरान रत्नागिरी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि हिरासत में लेने के बाद राणे को संगमेश्वर थाना ले जाया गया. उसके बाद राणे को अदालत में पेश किया जाएगा. राणे 20 साल में ऐसे पहले केंद्रीय मंत्री हैं जिनको गिरफ्तार किया गया है.
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी पर भाजपा ने उद्धव सरकार पर पलटवार किया है. राणे की गिरफ़्तारी पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर नाराज़गी का इजहार किया है. नड्डा ने लिखा “महाराष्ट्र सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे जी की गिरफ़्तारी संवैधानिक मूल्यों का हनन है. इस तरह की कार्यवाही से ना तो हम डरेंगे, ना दबेंगे. भाजपा को जन-आशीर्वाद यात्रा में मिल रहे अपार समर्थन से ये लोग परेशान है. हम लोकतांत्रिक ढंग से लड़ते रहेंगे, यात्रा जारी रहेंगी.”
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ़्तारी पर महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि हर सांसद का कुछ अधिकार होता है उस अधिकारों का हनन हुआ है. लोकसभा के अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति को इस मामले में हमारे सभी सांसद याचिका सौपेंगे. पाटिल ने आगे कहा कि केंद्रीय कैबिनेट मंत्री को गिरफ़्तार करना यह महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार हो रहा है. यह सत्ता का दुरुपयोग है. हम इसे सहन नहीं करेंगे.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की मुख्यमंत्री पर की गई टिप्पणी का समर्थन नहीं करते. मुख्यमंत्री को भारत की स्वतंत्रता का अमृत महोत्सव वर्ष याद नहीं रहा इसके लिए किसी व्यक्ति को गुस्सा आ सकता है, ये स्वाभाविक है. फडणवीस ने आगे कहा कि भाजपा वक्तव्य का समर्थन नहीं करेगी लेकिन भाजपा नारायण राणे के पीछे पूरी ताकत से खड़ी रहेगी. पुलिस बल का इस्तेमाल करते हुए नारायण राणे की यात्रा को रोकने का प्रयास किया जा रहा है. उनको गैर क़ानूनी ढंग से गिरफ़्तार किया गया.
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