भारतीय जनता पार्टी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करके पूछा है कि भारत में विदेशियों के आने पर एक फरवरी को ही रोक क्यों नहीं लगाई गई. स्वामी ने कहा है कि अगर एक फरवरी के आसपास ही ऐसा कर दिया जाता तो तबलीगी जमात वाला मामला नहीं होता.
स्वामी ने ट्वीट कर लिखा, ‘तबलीगी मामला नहीं होता यदि एक फरवरी के आसपास विदेशियों के देश में आने पर प्रतिबंध लगा दिया गया होता. इसके अलावा अगर भारतीय जो देश वापस आ रहे थे, उनको एयरपोर्ट के नजदीक होटल अधिग्रहित करके 14 दिनों के लिए क्वारांटाइन कर दिया गया होता तो यह स्थिति नहीं पैदा होती. आखिर प्रतिबंध में इतना समय क्यों लगा?’
The Tabligh mess would not have happened If foreigners were banned coming early (around Feb 1) and also Indians returning/coming to India were compulsory quarantined for 14 days kept in acquired hotels near the airport this mess would not have arisen. Why was this ban delayed ?
— Subramanian Swamy (@Swamy39) March 31, 2020
गौरतलब है कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच देश में विमान, रेलवे, मेट्रो आदि सेवाएं पिछले कई दिनों से पूरी तरह से बंद हैं. 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान लोगों से घरों के बाहर नहीं निकलने को कहा गया है. इसी दौरान दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज से कई लोगों के कोरोना पॉजिटिव मिलने से हड़कंप मच गया. इसके बाद दिल्ली पुलिस ने 2317 लोगों को वहां से हटाया और 600 से अधिक लोगों को अस्पताल भेज दिया गया है.
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