कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक पर एक महिला बीजेपी नेता को धक्का देकर गिराने का आरोप लगा है. महिला ने आरोप लगाया है कि गिरने की वजह से उनके गर्भ में पल रहा बच्चा बच नहीं पाया और उन्हें गर्भपात कराना पड़ा.
जिस महिला बीजेपी (BJP) नेता को धक्का दिया गया, वह गर्भवती थी और धक्का देने के कारण उनके गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई. इस मामले में अब पीड़ित बीजेपी (BJP) नेता अपनी ही पार्टी के विधायक के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने की तैयारी कर रही है.
यह भी पढ़ें: किसान संगठनों के बीच बैठक जारी, अमित शाह से मिले कृषि मंत्री
कर्नाटक की एक महिला पार्षद चांदनी नाईक ने कहा है कि टेरडाल के भाजपा (BJP) विधायक द्वारा कथित रूप से धक्का दिये जाने के एक महीने से भी कम समय बाद उन्हें डॉक्टर के परामर्श पर गर्भपात कराना पड़ा. हालांकि विधायक ने आरोप का खंडन किया है.
क्या है आरोप
चांदनी नाईक का आरोप है कि वह महालिंगपुरा की नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष के चुनाव के लिए नौ नवंबर को नामांकन करने जा रही थीं, लेकिन उन्हें नगर पालिका परिषद के भवन में पहुंचने से रोकने की कोशिश के तहत विधायक सिद्दू सावदी और उनके समर्थकों ने मुख्य द्वार पर कथित रूप से उन्हें धक्का दे दिया और उन्हें घसीटा भी गया. इस मामले का वीडियो भी काफी वायरल हुआ था. वहीं धक्का देने के कारण महिला बीजेपी (BJP) नेता के गर्भ में पल रहे बच्चे की गर्भ में ही मौत हो गई.
नाईक ने कहा, ‘‘बिल्डिंग के मुख्य द्वार पर मुझे धक्का दिया गया. मैं गेट से टकरा गई जिसके बाद परेशानियां होने लगीं.’’ बागलकोट जिले में कांग्रेस की महिला शाखा की अध्यक्ष रक्षिता बीटी ने आरोप लगाया कि विधायक का बर्ताव सही नहीं था.
आरोपों से सिद्दू सावदी का इनकार
हालांकि सिद्दू सावदी ने यह कहते हुए आरोपों का खंडन किया कि छह साल पहले पार्षद ने नसबंदी कराई थी. उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल प्रशासन ने उन्हें यह भी बताया है कि अभी हाल ही कोई गर्भपात नहीं किया गया है. नौ नवंबर को सिद्दू सावदी ने कथित रूप से भाजपा (BJP) पार्षदों– चांदनी नाईक, सविता हुर्राकदली और गोदावरी के साथ धक्का-मुक्की की थी. इन महिलाओं ने भाजपा से टिकट नहीं मिलने पर कांग्रेस से हाथ मिला लिया था और उन्होंने कांग्रेस सदस्यों की मदद से महालिंगपुरा नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष पदों के लिए चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था.