दिल्ली विधानसभा चुनाव में जहां एक तरफ आम आदमी पार्टी, शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे प्राथमिक मुद्दों पर चुनाव लड़ रही है वहीं बीजेपी विधानसभा चुनाव को एक अलग रंग देने की कोशिश कर रही है. जिसकी वजह से हर दिन पार्टी का कोई ना कोई नेता शाहीन बाग पर हमला बोलते हुए नजर आ रहा है. और इस इलेक्शन को पाकिस्तान के साथ जोड़ने के बाद अब हिन्दू मुस्लिम के रंग में रंगने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में पार्टी ने प्रखर हिन्दूवादी चेहरा और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को मैदान में उतारने का फैसला किया है.
मिल रही जानकारी के अनुसार बीजेपी की ओर से दिल्ली में प्रचार के लिए स्टार प्रचारकों की फौज उतारी जा रही है और अब बारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चुनावी दंगल में उतरने की है. यूपी सीएम दिल्ली के मुस्लिम बहुल इलाकों में प्रचार कर सकते हैं, जिसमें जामिया नगर और शाहीन बाग भी शामिल हो सकता है. सूत्रों की मानें, तो दिल्ली में भाजपा का पूरा जोर मतों के ध्रुवीकरण पर है. योगी आदित्यनाथ की गिनती भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारकों में होती है. दिल्ली का शाहीन बाग इस वक्त देश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शन की पहचान बन चुका है और बीजेपी इसे विरोधी साजिश बताकर चुनावी मुद्दा बना रही है.
सूत्रों की मानें, तो योगी आदित्यनाथ की सभाएं जामिया नगर या शाहीन बाग के इलाके से ही शुरू होंगी. 1 फरवरी से 4 फरवरी तक दर्जनों ऐसी सभाएं प्रस्तावित हैं जो ज्यादातर उन इलाकों में होंगे जहां मुस्लिम वोटरों की तादाद अधिक है. बीजेपी के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ की चार दिनों में 12 रैलियां प्रस्तावित हैं. अभी इन्हें 4 विधानसभाओं में प्रस्तावित किया जा रहा है लेकिन संख्या बढ़ाई भी जा सकती है.