कोरोना संकट के बीच अमेरिका में श्वेत और अश्वेत को लेकर एक बार फिर तनाव होता दिखाई दे रहा है. अमेरिका में जॉर्ज फ्लॉयड नामी अश्वेत शख्स की पुलिस हिरासत में मौत के बाद देशभर के कई हिस्सों में उग्र विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इस मामले को लेकर पिछले दिनों प्रदर्शनकारियों ने वॉशिंगटन डीसी स्थित व्हाइट हाउस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. जिसके बाद सुरक्षा से जुड़े अधिकारियों ने राष्ट्रपति ट्रंप को कुछ समय के लिए बंकर में ले गए जहां उन्हे कुछ समय के लिए रखा गया.
अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक व्हाइट हाउस में बने अंडरग्राउंड बंकर में डोनाल्ड ट्रंप करीब एक घंटे से कुछ कम समय तक रखा गया. मामला शांत होने के बाद उन्हें वापस दोबारा ऊपर लाया गया. व्हाइट हाउस के बाहर जमा हुए प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की. अश्वेत की पुलिस कस्टडी में मौत के मामले को लेकर विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों को पुलिस अधिकारियों ने कड़ी मशक्कत के बाद उन्हें वहां से हटाया.
लेकिन प्रदर्शनों की आंच व्हाइट हाउस के बाहर तक पहुंचने से अधिकारी आश्चर्यचकित हो गए थे. हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हुआ है कि क्या मेलानिया ट्रंप और बैरोन ट्रंप को भी बंकर में अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ ले जाया गया था या नहीं.
अमेरिका के मिनीपोलिस में अश्वेत की मौत के बाद शुरू हुए प्रदर्शन देश के अन्य हिस्सों में भी फैल गए. रविवार सुबह भी इस मामले को लेकर कई जगहों पर प्रदर्शन किया गया. हालात को देखते हुए दो शहरों में आपातकाल लगा दिया गया है. नैशविले और जॉर्जिया में आपात स्थिति लागू करके सुरक्षा के लिए नेशनल गार्ड तैनात कर दिए गए हैं. इसके अलावा एक दर्ज से अधिक प्रमुख शहरों में रातभर कर्फ्यू लगाया गया. लोगों को मियामी, पोर्टलैंड, लुइसविले, अटलांटा, डेनवर, लॉस एंजिलिस, सिएटल और मिनीपोलिस की सड़कों से दूर रहने के लिए कहा गया जहां कर्फ्यू का उल्लंघन कर हजारों लोग शुक्रवार रात को जमा हुए थे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जॉर्ज फ्लॉयड की मृत्यु के बाद हो रहे उग्र प्रदर्शन के बीच कहा है कि लोगों को घर और सड़कों पर सुरक्षित रहने का अधिकार है और उन्होंने हिसां नहीं करने की चेतावनी देते हुए माना कि जॉर्ज फ्लॉयड की मौत एक गंभीर त्रासदी थी.