देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने आतंकवाद के खात्मे को लेकर जंग के साथ-साथ कूटनीतिक तरीके को भी अपनाने की बात कही. उन्होंने कहा कि जिस तरह अमेरिका ने 9/11 हमले के बाद आतंकवाद पर हमले किए थे हमें भी उसी तरह काम करना होगा.
सीडीएस रावत ने आगे कहा, ‘जब तब आतंकवाद प्रायोजित करने वाले देश हैं, तब तक हमें इस खतरे का सामना करते रहना होगा. हमें इससे निर्णायक ढंग से निपटना होगा. वह आतंकवादियों को प्रॉक्सी के रूप में उपयोग करते हैं, उन्हें हथियार उपलब्ध कराते हैं, उन्हें फंडिंग करते हैं. ऐसे में हम आतंकवाद को नियंत्रित नहीं कर सकते. उन्होंने आगे कहा कि “मुझे लगता है कि आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले किसी भी देश को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) द्वारा ब्लैकलिस्ट करना होगा. आपको इसे कूटनीतिक तरीके से अलग करना होगा.”
Chief of Defence Staff (CDS) General Bipin Rawat: Any country which is sponsoring terrorism has to be taken to task. I feel one of the measures adopted is of blacklisting by Financial Action Task Force (FATF) is one good measure. Diplomatic isolation, you have to do this. pic.twitter.com/RIvXHEZTBv
— ANI (@ANI) January 16, 2020
बता दें कि अभी हाल में बिपिन रावत को भारत को अपना पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बनाया गया है. इस नियुक्ती के बाद भारत उन गिने चुने देशों में अपना स्थान बना लिया है जहां पर चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को नियुक्त किया गया है.