कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था चरमरा गई है लेकिन चीन पर इसका कुछ खास असर पड़ता दिखाई नहीं दे रहा है. कोरोना महामारी के कारण लागू लॉकडाउन को हटाने और काराखानों और दुकानों को फिर से खोलने के बाद चीन की अर्थव्यवस्था 3.2 प्रतिशत की दर से बढ़ी है. चीन की ये हालत तब है जबकि पूरे विश्व में उसकी कंपनियों और माल के खिलाफ विरोध की खबरें सामने आ रही हैं.
गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, चीन की आर्थिक वृद्धि में आश्यर्यजनक रूप से सुधार हुआ है जबकि इससे पिछली तिमाही में अर्थव्यवस्था की रफ्तार 6.8 प्रतिशत की दर से घटी थी. वहीं विनिर्माण और कुछ दूसरे उद्योगों में कामकाज लगभग सामान्य स्थिति में वापस आ गया है. लेकिन बेरोजगारी की आशंका के चलते उपभोक्ता खर्च में कमी आई है. चीन में सिनेमा और कुछ अन्य व्यवसाय अभी भी बंद हैं और यात्रा पर प्रतिबंध लगा हुआ है.
शुरुआती तिमाही में आई थी कमी
आंकड़े के मुताबिक साल 2019 की तुलना में जनवरी से मार्च 2020 की तिमाही के दौरान चीन की अर्थव्यवस्था में 6.8 फीसदी की कमी आ गई थी. चीन 1992 से ही अपनी अर्थव्यवस्था से संबंधित आंकड़े जारी कर रहा है और तब से लेकर जनवरी 2020 से मार्च 2020 की तिमाही पहली ऐसी तिमाही थी, जिसमें चीन की अर्थव्यवस्था को इतना बड़ा झटका लगा. इससे पहले चीन की अर्थव्यवस्था को आखिरी बार बड़ा झटका 1976 में लगा था.
मालूम हो कि कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत दिसंबर 2019 में चीन से हुई थी. इसके बाद सबसे पहले अर्थव्यवस्था को वहीं बंद किया गया और इसे खोलने की शुरुआत भी मार्च में सबसे पहले वहीं हुई. हालांकि मई के आस-पास वहां हालात में सुधार दिखे जिसके बाद धीरे-धीरे मार्केट खोले जाने लगे.
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