कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच चीन को दूसरे देशों से मदद के प्रस्ताव लगातार मिल रहे हैं और इसी कड़ी में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन को मदद का प्रस्ताव दिया था. प्रधानमंत्री मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को चिट्ठी लिखकर किसी भी तरह की मदद का प्रस्ताव दिया था. पीएम मोदी की चिट्ठी पर अब चीनी विदेश मंत्रालय का जवाब आया है और इस प्रस्ताव को भारत-चीन की गहरी दोस्ती का प्रतीक बताया है.
चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ‘भारत की ओर से कोरोना वायरस को लेकर जो समर्थन की बात कही गई, उसके लिए हम धन्यवाद करते हैं. भारत के द्वारा ऐसा कहना चीन के साथ उसकी गहरी दोस्ती को दर्शाता है. हम भारत और दुनिया के सभी देशों के साथ काम करने को तैयार हैं, ताकि इस वायरस के खिलाफ जंग लड़ सकें’.
पीएम मोदी ने लिखा था पत्र
बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पत्र लिखा था. इसमें अभी तक कोरोना वायरस की वजह से चीन में हुए नुकसान पर शोक व्यक्त किया था और भारत की ओर से किसी भी तरह की सहायता की पेशकश की थी. अपने खत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हुबेई प्रांत से भारतीय नागरिकों को निकालने में चीनी सरकार के द्वारा की गई मदद का सराहना की थी.
Received condolence letter from Indian PM Narendra Modi to Chinese President Xi Jinping regarding #nCoV outbreak in China. Appreciate friendly message & kind support by Indian Government. Look forward to further cooperation & confident the epidemic will be brought to an end soon.
— Sun Weidong (@China_Amb_India) February 9, 2020
चीन में अभी भी फंसे हैं 300 भारतीय छात्र
मालूम हो कि चीन में भारत के 300 से अधिक छात्र फंस गए थे, जिन्हें विदेश मंत्रालय ने चीन की सरकार की मदद से बाहर निकाला. एयर इंडिया के दो विमान चीन से भारतीय नागरिकों को वापस अपने देश लेकर आए और अब उनका यहां पर ट्रीटमेंट किया जा रहा है.
मरने वालों की संख्या में लगातार हो रहा है इजाफा
पिछले दो महीने में कोरोना वायरस का असर दुनियाभर में हुआ है. सिर्फ चीन में ही इस वायरस की वजह से 900 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हजारों लोग इसकी चपेट में हैं. कोरोना वायरस की वजह से चीन का अधिकतर दुनिया से संपर्क कम हो गया है. इसका व्यापक असर चीन की अर्थव्यवस्था पर पड़ा है.