तालाबंदी की वजह से सबसे ज्यादा परेशान दिहाड़ी मजदूरों के साथ छोटो-मोटे कारोबारी है. दिहाड़ी मजदरों के लिए सरकार ने श्रमिक ट्रेन चलाकर प्रवासी मजदूरों को वापस भेज रही है. लेकिन छोटे-मोटे कारोबारी की जिंदगी पटरी पर नहीं आ रही है जिसकी वजह से अब फांसी लगाकर अपनी जिंदगी गंवा रहे हैं.
ताजा मामला है सूरत के एक कपड़ा कारोबारी का जिसने आर्थिक तंगी के चलते खुद को फांसी लगा ली. अडाजण पुलिस के मुताबिक अडाजण सरस्वती स्कूल के निकट अभिनव अपार्टमेंट निवासी कपड़ा कारोबारी संजय पुत्र शोभराज मतानी (42) ने गुरुवार रात खुद को फांसी लगा ली.
परिवार वालों ने उसे अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वह लॉक डाउन शुरू होने के बाद से ही मानसिक तनाव में थे. मृतक की पत्नी के अनुसार अक्सर तनाव का कारण पूछती तो वह कहते थे कि दिमाग खाली हो गया है. वहीं उनके परिजनों का कहना है कि उन्होंने एम्ब्रोयडरी का नया काम शुरू किया था. लेकिन लॉक डाउन के चलते सब चौपट हो गया था. उन्हें लगता था कि दिपावली से पहले उनका काम शुरू नहीं हो पाएगा. जिसकी वजह से वे मानसिक तनाव में रहते थे.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/gujarat-government-claims-migrant-workers-we-send-most-workers/