उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वैसे तो हर मुद्दे पर अपनी राय खुलेमन से रखते हैं. लेकिन पिछले कुछ दिनों से जिस तरीके के हालात उत्तर प्रदेश के बने हुए हैं उसको लेकर विपक्ष योगी सरकार को घेरने की कोशिश कर रही है. सीएए को लेकर होने वाले विरोध के बाद राज्य की पुलिसिया कार्रवाई पर भी सवाल खड़े किये जा रहे हैं. ऐसे में अब सीएम योगी के गुस्से का शिकार लेखक बन रहे हैं.
कहा जाता है कि लेखक और कवि खुले मन से अपना विचार व्यक्त करते हैं. लेकिन अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आयोजित 43वें हिंदी सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शिरकत करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ लेखकों ने हमारे साहित्य को अलग-अलग तरीके से तोड़ने-मरोड़ने का प्रयास किया. इतना हीं लेखकों पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा देश के युवाओं को बरगलाने की भी कोशिश की है.
CM Yogi Adityanath at 43rd Hindi Samman Samaroh in Lucknow: Some writers try to divide our literature into different camps, they attempt to mislead our youth. It is the responsibility of all writers to ensure that such a situation does not arise pic.twitter.com/1BZrgGQB4p
— ANI UP (@ANINewsUP) December 30, 2019