बीते दो से पांच मार्च तक लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ था. अब लोकसभा में हुए हंगामे की जांच के लिए कमेटी गठित की गई है. इस कमेटी में सभी दलों के सदस्य होंगे जिसके अध्यक्ष लोकसभा के स्पीकर होंगे. मालूम हो कि लोकसभा में विपक्षी दलों द्वारा लगातार हंगामा किया जा रहा है.
विपक्ष के कई सांसदों द्वारा हंगामा और धक्का मुक्की से नाराज लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कड़ा फैसला लिया. ओम बिरला ने लोकसभा से कांग्रेस के साथ सांसदों को सस्पेंड कर दिया था. दोनों सदनों में विपक्ष के दिल्ली हिंसा पर हंगामे की वजह से सदन नहीं चल पाए. जिन सांसदों को सस्पेंड किया गया है वे स्पीकर की कुर्सी के बेहद करीब आकर नारेबाजी कर रहे थे और पोस्टर दिखा रहे थे.
गुरुवार सुबह पीठासीन सभापति भर्तृहरि महताब ने ओम बिरला का जिक्र भी किया था. उन्होंने कहा था, ‘पिछले तीन दिनों से जिस प्रकार से सदन में कामकाज को बाधित किया जा रहा है, उससे लोकसभा अध्यक्ष (ओम बिरला) दुखी हैं, पूरा देश दुखी है.’ महताब ने कहा था कि दिल्ली दंगे का मुद्दा है, कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न स्थिति का मुद्दा है, इस पर चर्चा हो. लेकिन जिस प्रकार से सदन को बाधित किया जा रहा है, उससे किसी का फायदा नहीं होने वाला है.