सूरत: लॉकडाउन में सबसे ज्यादा परेशानी कोई झेल रहा है तो वो प्रवासी मजदूर हैं. उनके घर जाने की व्यवस्था सरकारें कर रही है. उनके लिए स्पेशल ट्रेन चलाई जा रही है लेकिन कई राज्यों में उनके सब्र का बांध टूटता जा रहा है. जिसकी वजह से अब उनकी नाराजगी सड़कों पर दिख रही है. सड़कों पर उतरे मजदूर, “हमें घर जाना है” के नाम से गुजरात के राजकोट और सूरत में हंगामा कर रहे हैं.
लेकिन अब भूख और प्यास से परेशान प्रवासी मजदूर सरकार से नाउम्मीद होकर विरोध प्रदर्शन भी करने लगे हैं कुछ ऐसा ही मामला दिखा गुजरात के सूरत के पांडेसरा पुलिस कॉलोनी में रहने वाले अनुमानित 70 से 80 श्रमिकों ने घर वापसी की मांग को लेकर और सरकार के सामने अपना विरोध जताने के लिए सामुहिक मुंडन करवाया. इतना ही नहीं इन प्रवासी मजदूरों ने कई स्थानीय राजनीतिक नेताओं पर गंभीर आरोप भी लगाए.
कोरोना वायरस को लेकर जारी लॉकडाउन के बीच कारीगर वर्ग की हालत दिन-ब-दिन बिगड़ती जा रही है. ऐसे में प्रवासी मजदूर लंबे समय से घर जाने की मांग कर रहे हैं. 40 दिन के तालाबंदी के बाद भी सरकार अब तक कोई ठोस कदम उठाने में नाकाम रही है. जिससे प्रवासी मजदूरों की हालत दिन ब दिन ओर खराब होती जा रही है. जिससे परेशान होकर अब ये मजदूर रास्तों पर उतरने लगे हैं.
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