राजस्थान में जारी सियासी हंगामा के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कुर्सी बचाने की जुगत में हैं. राज्य में पैदा हुए सियासी संकट के बीच पार्टी ने सभी कांग्रेसी विधायकों को व्हिप जारी कर जयपुर में होने वाली विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने का फरमान जारी किया था. लेकिन राज्य के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और उनके समर्थक 16 विधायक इस बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं.
मिल रही जानकारी के अनुसार जयपुर में होने वाली ही इस अहम बैठक में राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अविनाश पांडे और राज्यसभा सांसद के सी वेणुगोपाल और पर्यवेक्षक बनाकर जयपुर पहुंचने वाले रणदीप सिंह सुरजेवाला मौजूद हैं. बैठक में अशोक गहलोत अपनी सरकार को लेकर बेहद आश्वस्त नजर आ रहे हैं. मिल रही जानकारी के अनुसार इस बैठक में कांग्रेस के 100 से ज्यादा विधायकों ने हिस्सा लिया है.
सचिन पायलट के बागी सुर अख्तियार करने के बाद राज्य में पैदा हुई सियासी संकट के बीच पर्यवेक्षक बनाकर जयपुर पहुंचने वाले रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि अगर कोई मतभेद है तो सचिन पायलट समेत सभी विधायकों के लिए कांग्रेस पार्टी के दरवाजे सदैव खुले थे, हैं और रहेंगे. अपनी ही पार्टी की सरकार को कमजोर करना या बीजेपी को खरीद-फरोख्त का मौका देना अनुचित है.
इतना ही नहीं उन्होंने इस मौके पर कहा कि वैचारिक मतभेद होना स्वाभाविक है लेकिन राजस्थान व्यक्तिगत प्रतिस्पर्धा से कहीं बड़ा है. गौरतलब हो कि सचिन पायलट के बागी रवैये के बाद राजस्थान की गहलोत सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे है. जयपुर में विधायक दल की बैठक हो रही है. बैठक के बाद तस्वीर साफ हो जाएगी कि गहलोत के पास जादुई आकड़ा मौजूद है या नहीं.
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