जनता दल के उपाध्यक्ष और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ बेबाकी से अपनी राय रखने वाले अब कांग्रेस पर निशाना साध रहे हैं. किशोर ने ट्वीट कर सड़क पर चल रहे विरोध प्रदर्शनों से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं अनुपस्थिति पर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं से कहा है कि वे इन प्रदर्शनों में भाग लें अन्यथा सोनिया गांधी जैसी शख्सीयत द्वारा इस संबंध में वीडियो जारी करने का कोई मतलब नहीं रह जाता है.
Congress is not on streets and its top leadership has been largely absent in the citizens’ fight against CAA-NRC
The least party could do it to make ALL Congress CMs join other CMs who have said that they will not allow NRC in their states. Or else these statements means nothing https://t.co/EWJLyc3kgR
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) December 21, 2019
किशोर ने कहा, “कम से कम आप कांग्रेस के सभी मुख्यमंत्रियों से कह सकते हैं कि वे इस बात की घोषणा करें कि अपने राज्य में एनआरसी लागू नहीं करेंगे. अन्यथा इस प्रकार की बयानबाजी के कोई मायने नहीं रह जाते हैं.’ हालांकि, प्रियंका गांधी अपने भाई और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अनुपस्थिति में दिल्ली की सड़कों पर चल रहे विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करती नजर आईं, लेकिन पार्टी का वरिष्ठ नेतृत्व 14 दिसंबर को यहां रामलीला मैदान में हुई रैली के बाद से दिखाई नहीं दिया है.
इससे पहले भी प्रशांत किशोर सीएए को लेकर अपना बगावती सुर दिखा चुके हैं. और उन्ही के बगावत का नतीजा है कि बिहार के मुख्यमंत्री को ऐलान करना पड़ा कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं किया जाएगा. ऐसे में अब किशोर ने कांग्रेस के नेताओं पर निशाना साधा जिसके बाद देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस के नेता सही मायने में विपक्ष में होने की भूमिका कब निभाते हैं.