पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 22 वें दिन ब्रेक के बाद 23 वें दिन वृद्धि का सिलसिला जारी रहा. जिसके बाद बीते 23 दिनों में पेट्रोल 9.17 रुपये प्रति लीटर और डीजल 11.23 रुपये प्रति लीटर महंगा हो गया. पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोरोना संकटकाल के बीच होने वाली वृद्धि के खिलाफ कांग्रेस रास्ते पर उतरकर मोदी सरकार से बढ़े दाम को मोदी सरकार से वापस लेने की मांग कर रही है.
कांग्रेस शासित राज्यों के साथ ही साथ गुजरात, दिल्ली, कर्नाणक, बिहार में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं सड़कों पर उतरे और जमकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की इस मौके पर तेल के दामों में होने वाली वृद्धि के खिलाफ कुछ जगहों पर कांग्रेसी कार्यकर्ता बैलगाड़ी से तो कुछ राज्यों में साईकिल से विरोध प्रदर्शन किया. बंगलूरू में भी पेट्रोल और डीजल के बढ़ते दामों के खिलाफ कांग्रेस ने साइकिल रैली निकाली. जिसकी अगुवाई पूर्व सीएम सिद्धारमैया ने की उन्होंने खुद अपने निवास स्थान से साइकिल चलाकर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया.
Delhi: Members of Delhi Pradesh Congress Committee detained by police while protesting near IP College against continuous hike in fuel prices. pic.twitter.com/2vLhaJruwo
— ANI (@ANI) June 29, 2020
कोरोना की वजह से लागू अनलॉक-1 के बीच पेट्रोल और डीजल की बढ़ रही कीमतों का विरोध प्रदर्शन करने वाले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को दिल्ली और गुजरात के अहमदाबाद में हिरासत में लिया गया. पुलिस ने कोरोना काल में धारा 144 का हवाला देकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.
गौरतलब हो कि देश में पिछले 23 दिनों से कोरोना संकटकाल के बीच तेल की कीमतों में वृद्धि दर्ज की जा रही है. कांग्रेस का कहना है कि कोरोना की वजह से जारी तालाबंदी की वहज से लोग अपनी जिंदगी मुश्किल से गुजार रहे हैं. ऐसे में सरकारी तिजोरी को भरने के लिए पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ना देश की जनता के साथ अन्याय है. इससे पहले भी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मोदी सरकार के इस फैसले को असंवेदनशील बता चुकी हैं.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/petrol-and-diesel-prices-again-increased-after-a-days-break/