दीपक मसला, अहमदाबाद: हीरा को चमकाने वाले 16 लाख रत्न कलाकार लंबे तालाबंदी के बाद अब भुखमरी की स्थिति में आ गए हैं. जिसके बाद अब अखिल भारतीय असंगठित मजदूर कांग्रेस के नेतृत्व में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी को ट्वीट कर आवेदन पत्र देकर. रत्न कालकरों ने मदद की गुहार लगाई है.
रत्न कलाकारों को कारखानों या हीरा कंपनियां वेतन या सहायता नहीं दे रही जिसकी वजह से उन्हें जीवन यापन करने की आवश्यक चीजें नहीं मिल पा रही हैं. नतीजतन रत्न कलाकार भुखमरी के हालत में आ गए हैं. इसलिए मांग की जा रही है कि राज्य सरकार को अवकाश भत्ता का भुगतान कर इनकी मदद करनी चाहिए.
अखिल भारतीय असंगठित मजदूर कांग्रेस के अध्यक्ष अशोक पंजाबी ने कहा कि राज्य में रत्न कलाकारों के अलावा लगभग 1.85 करोड़ असंगठित मजदूर हैं. इसलिए सरकार को इनकी मदद करनी चाहिए नहीं तो इनकी हालत और भी खराब हो जाएगी. भूखे पेट ऐसे लोग कोरोना महामारी से कैसे लड़ पाएगें.
अहमदाबाद रत्न कलाकार एसोसिएशन के अध्यक्ष कुणाल काकड़िया ने कहा कि रत्न कलाकार महीने में लगभग 16 से 20 हजार रुपये कमाता है. ऐसे में वह लोग करीब दो महीने बेरोजगार रहकर कैसे अपना घर चला पाएंगे. हम हर संभव कोशिश कर रहे हैं कि लोगों की मदद की जाए. बावजूद इसके अगर राज्य सरकार रत्न कलाकारों सहित राज्य के 2 करोड़ असंगठित मजदूरों की वित्तीय सहायता नहीं दी जाएगी तो आने वाले दिनों में इनकी हालत इससे भी खराब हो जाएगी.
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