नई दिल्ली: भारत में दिन प्रतिदिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं. देश में पिछले 11 दिन में कोरोना के दैनिक मामले 22 फीसद बढ़ गए हैं. कोरोना की बढ़ती रफ्तार का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है. 28 दिसंबर को कोरोना के 6,358 मामले रिकॉर्ड किए गए थे. जो अब बढ़कर 1.40 लाख से ज्यादा हो गए हैं. इस बीच स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि अगले दो सप्ताह में देश में हालात और खराब हो जाएंगे.
देश में कोरोना की तीसरी लहर शुरू हो गई है. आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर ने यह भी चेतावनी दी कि आने वाले दिनों में देश में रोजाना कोरोना का आंकड़ा 4 से 8 लाख तक पहुंच सकता है.
देश के एक प्रमुख अस्पताल की डॉक्टर सुशीला कटारिया ने चेतावनी देते हुए कहा कि लोगों को आत्मसंतुष्ट होने की जरूरत नहीं है क्योंकि अगले दो हफ्तों में स्थिति और खराब होने की संभावना है. भारत में कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है. जिसकी वजह से पिछले 11 दिनों में कोरोना के मामले 22 गुना बढ़ गए हैं.
कोरोना सिर्फ फ्लू नहीं है जो यूं ही गुजर जाएगा. हमने पिछले साल भी कोरोना की दूसरी लहर का सामना किया था. रिपोर्ट्स से पता चलता है कि ओमीक्रॉन वेरिएंट डेल्टा वेरिएंट से कम खतरनाक है, लेकिन इसे पूरी तरह से नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान हर 10वें व्यक्ति को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था.
विशेषज्ञों का कहना है कि ओमीक्रॉन से मौत नहीं होने की खबरें झूठी हैं. ओमीक्रोन भी कोरोना मरीजों की मौत का कारण बन रहा है. यह एक हल्का वायरस हो सकता है, लेकिन इसे नज़रअंदाज करना भारी मुश्किल खड़ा कर सकता है. डॉ. सुशीला कटारिया ने कहा कि आरटी-पीसीआर टेस्ट या एंटीजन या रैपिड टेस्ट से ही कोरोना संक्रमण का पता लगाया जा सकता है. इसलिए अगर किसी को सांस लेने में तकलीफ हो या शरीर में दर्द हो तो उसे कोरोना से जुड़ी बीमारी ही समझना चाहिए और खुद को आइसोलेट कर जांच करानी चाहिए.
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