पूरी दुनिया में कोरोना से हहाकार मचा हुआ है. संक्रमितों की संख्या धीरे-धीरे एक करोड़ के करीब पहुंच रही है. अमेरिका समेत कई देश कोरोना वायरस पर चीन की भूमिका को लेकर संदेह जताते रहे है. अमेरिका चीन पर लगातार आरोप लगाता रहा है कि चीन ने कोरोना वायरस को लेकर पारदर्शिता नहीं बरती और इससे जुड़े सबूत भी छुपा रहा है. इस बीच हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने एक हैरान करने वाला दावा किया है.
हार्वर्ड मेडिकल स्कूल ने दावा किया है कि चीन में कोरोना का संक्रमण पिछले साल अगस्त में ही फैल चुका था. रिसर्च में सामने आया है कि चीन में कोरोना वायरस का संक्रमण बहुत पहले ही शुरू हो गया हो. रिसर्च के मुताबिक चीन में अगस्त महीने में ही संक्रमण फैलने के सबूत हैं. हालांकि चीन ने दुनिया को कोरोना संक्रमण की जानकारी 31 दिसंबर को दी थी.
कमर्शियल सैटेलाइट इमेजरी की मदद से वुहान शहर की कुछ तस्वीरों का अध्ययन किया गया है. ये तस्वीरें साल 2019 अगस्त की हैं. इन तस्वीरों में वुहान शहर के अस्पतालों के बाहर बड़ी संख्या में वाहन दिखाई दे रहे हैं. स्टडी के मुताबिक संभव है कि रिपोर्ट किए जाने से बहुत पहले ही चीन मे कोविड-19 का प्रकोप शुरू हो गया हो. शोधकर्ताओं ने उस दौरान वुहान के पांच बड़े अस्पतालों के बाहर आश्चर्यजनक तौर पर वाहनों की भीड़ की बात कही है.
मालूम हो कि दुनियाभर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 71 लाख के करीब पहुंच गई है. वैश्विक महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या भी 4 लाख 6 हजार हो गई है. अमेरिका इस महामारी से सर्वाधिक प्रभावित देशों में सबसे उपर बना हुआ हैं, जहां लगभग एक लाख दस हजार लोगों की मौत हुई है और 19 लाख 60 हजार से अधिक लोग संक्रमित हैं.
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