कोरोना वायरस की कई वैक्सीन (Corona Vaccine) अब अंतिम ट्रायल में हैं और कुछ को आपात स्थिति में इस्तेमाल की अनुमति भी मिल गई है लेकिन टेंशन खत्म नहीं हुई है. इसी बीच इंटरपोल (Interpol) की एक चेतावनी ने लोगों की टेंशन और बढ़ा दी है. इंटरपोल ने विश्व की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को आगाह किया है कि अपराधी गिरोह कोरोना के नकली टीके (Corona Vaccine) को लोगों को बेच सकते हैं.
इंटरपोल ने चेतावनी दी है ये गिरोह कोरोना के टीके (Corona Vaccine) का प्रचार कर सकते हैं और उन्हें सीधे आमने-सामने या इंटरनेट के माध्यम से बेच सकते हैं.
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इंटरपोल ने अपने 194 सदस्य देशों की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को वैश्विक चेतावनी जारी किया है कि संगठित अपराध नेटवर्क शारीरिक और ऑनलाइन दोनों ही तरीके से कोरोना वायरस वैक्सीनों (Corona Vaccine) को निशाना बना सकते हैं.
ऑरेंज नोटिस जारी
2 दिसंबर को इंटरपोल की तरफ से जारी किए गए बयान में ऑरेंज नोटिस के साथ ‘कोविड-19 (Corona Vaccine) और फ्लू के नकली रूप, उनकी चोरी और अवैध विज्ञापन’ के संबंध में संभावित आपराधिक गतिविधि की बात कही गई है. बता दें कि सार्वजनिक सुरक्षा पर गंभीर खतरे वाले व्यक्ति, वस्तु या आयोजन की चेतावनी देने के लिए इंटरपोल ‘ऑरेंज नोटिस’ जारी करता है.
इंटरपोल के महासचिव जर्गेन स्टॉक के मुताबिक,
“आपराधिक संगठन कोरोना वैक्सीन की सप्लाई चेन में घुसपैठ करने की योजना बना रहे हैं. आपराधिक नेटवर्क फर्जी वेबसाइटों के जरिए भी जनता को निशाना बना रहे होंगे. इससे लोगों के स्वास्थ्य और उनके जीवन को गंभीर खतरा पैदा हो सकता है. ये जरूरी है कि जितना संभव हो सके कानून प्रवर्तन एजेंसियां तैयार हो जाएं.”
ब्रिटेन को मिली अनुमति, भारत को इंतजार
बता दें कि ब्रिटेन में Pfizer-BioNTech की वैक्सीन (Corona Vaccine) को अगले सप्ताह से इमर्जेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है. वहीं, भारत में भी अगले महीने तक वैक्सीन आने की उम्मीद बढ़ गई है. इस बीच, एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा कि भारत में भी इस महीने के अंत से लेकर जनवरी के शुरू में वैक्सीन आ सकती है. उन्होंने कहा कि भारतीय नियामक जल्दी ही इसको लेकर मंजूरी दे सकता है.