पंजाब के बाद अब महाराष्ट्र में कर्फ्यू का ऐलान कर दिया गया है. कर्फ्यू का ऐलान करते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा है कि दवा और जरूरी चीजों की दुकानें खुली रहेंगी. प्रार्थना स्थल पूरी तरह से बंद रहेंगे, हालांकि पुजारियों को जाने की इजाजत होगी. सड़कों पर सिर्फ इमरजेंसी वाहन चलेंगे. ग्रामीण इलाकों में कृषि रसायन की दुकानें खुली रहेंगी.
इसके अलावा सभी जिलों के बॉर्डर सील किए गए हैं और जिलों के बीच यातायात भी बंद किया गया है. जरूरी सेवाओं और सुविधाओं के लिए यातायात जारी रहेगा.
बता दें कि महाराष्ट्र में पहले से ही 31 मार्च तक लॉकडाउन घोषित है. लेकिन इस लॉकडाउन के दौरान भी मुंबई में बड़ी संख्या में लोग घरों से बाहर निकलते नजर आए. इनमें से ज्यादातर मुंबई छोड़कर महाराष्ट्र के दूसरे जिलों में अपने गांव जा रहे हैं या दूसरे राज्यों के रहने वाले लोग मुबंई छोड़ रहे हैं. इसमें बड़ा खतरा ये है कि देश के सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के संक्रमण वाले शहर से लोग बाहर जा रहे हैं और उनकी जांच भी नहीं हो रही है.
लॉकडाउन में ज्यादातर राज्य
राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना समेत कई राज्य 31 मार्च तक पूरी तरह से लॉकडाउन में हैं. वहीं, ओडिशा, बिहार औ उत्तर प्रदेश के कई शहरों को बंद कर दिया गया है. हालांकि सभी राज्यों ने साफ किया है कि जरूरी सेवाओं पर किसी तरह की रोक नहीं होगी. भारत सरकार ने राज्यों से कड़े तरीके से लॉकडाउन लागू करने को कहा, लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर कानूनी कार्रवाई होगी. पीएम मोदी ने भी देशवासियों से घरों में रहने की अपील की है.
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