चीन में कोरोना वायरस के कारण 57 और लोगों की चीन में मौत के साथ ही पूरी दुनिया में इस वायरस की चपेट में आने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 361 हो गई है. चीन राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने सोमवार को अपनी दैनिक रिपोर्ट में कहा कि दो फरवरी को कोरोना वायरस के 2,829 नए मामले सामने आए हैं. कोरोना वायरस के कारण जहां लोग चीन की यात्रा करने से बच रहे हैं. वहीं इस वायरस से बचने के लिए वैज्ञानिक और रिसर्च की दुनिया से जुड़े लोग भी जमकर मेहनत कर इस वायरस का तोड़ खोडने की कोशिश कर रहे हैं.
ऐसे में चीनी वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि फूलों के मकरंद और फूल वाले पौधों से बने तरल पदार्थ से कोरोना वायरस से लड़ने में मदद मिल सकती है. इसके बाद इस परंपरागत दवा को खरीदने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी.
देश में कोरोना वायरस के फैलते प्रकोप के कारण मरने वालों की संख्या बढ़ने के साथ लोग दवा की दुकानों पर शौनघुआंगलियान के लिए कतारबद्ध हो गए. सरकारी मीडिया शिन्हुआ ने शुक्रवार को खबर दी कि प्रतिष्ठित चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंस ने पाया कि इस तरल से विषाणु को रोका जा सकता है.
ऑनलाइन साझा किए गए वीडियो में दिखाया गया है कि सर्जिकल मास्क पहने लोग रात के वक्त दवा दुकानों के बाहर लंबी कतारों में इस दवा को हासिल करने की उम्मीद में खड़े हैं. जबकि आधिकारिक रूप से उन्हें सलाह दी गई है कि एक जगह एकत्रित होने से बचें ताकि संक्रमण को रोका जा सके.