गांधीनगर: चीन से शुरू हुआ कोरोना वायरस का संक्रमण दुनिया के कई देशों में फैल चुका है. इस वायरस से चीन में अबतक 425 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 हजार से ज्यादा केस की पुष्टि हो चुकी है. दुनिया भर में फैलते कोरोना वायरस को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन पहले ही इंटरनेशनल हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा कर चुका है. भारत सरकार चीन में फंसे अपने नागरिकों को एयरलिफ्ट करा कर निकाल रही हैं.
लेकिन मिल रही जानकारी के अनुसार कोरोना वायरस ने गुजरात में दस्तक दे दिया है. उत्तर गुजरात के साबरकांठा और मेहसाणा जिला में तीन संदिग्ध छात्रों में इस वायरस के लक्षण पाये जाने के बाद इन छात्रों को इलाज के लिए अस्तपाल में भर्ती करवाया गया है और छात्रों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है.
चीन से वापस आए थे छात्र
चीन से गुजरात वापस लौट रहे यात्रियों का मेडिकल चेकअप उनके जिले में किया जाता है. मेहसाणा और साबरकांठा जिला में तीन मामले संदिग्ध पाये जाने के बाद प्रशासन हरकत में आ गया है. 13 जनवरी को चीन से लौटे मेहसाणा जिला की मेडिकल छात्रा की स्क्रीनिंग कर घर भेज दिया गया, लेकिन घर पहुंचने के बाद उसे खांसी और बुखार आ गया जिसके बाद उसे मेहसाणा सिविल अस्पताल में बने आईसोलेशन वार्ड में ले जाया गया. संदिग्ध छात्रा की रिपोर्ट पुणे प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा गया है. जबकि साबरकांठा जिला के दो छात्रों को स्थानीय स्क्रीनिंग में संदिग्ध पाया गया जिसके बाद इन दोनों को फौरन आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. गौरतलब हो कि गुजरात सरकार और भारत सरकार की संयुक्त पहल से चीन में पढ़ाई करने गये छात्रों को पिछले दिनों गुजरात लाया गया था जिसमें बनासकांठा के 42 और साबरकांठा के 5 छात्र शामिल हैं.
इस सिलसिले में जानकारी देते हुए मेहसाणा के जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सोनी ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. फिलहाल छात्रा आइसोलेशन वार्ड में है उसके ऊपर निगरानी रखी जा रही है. मेडिकल और पैरामेडिकल की टीम चीन वापस आने वाले जिला के सभी छात्रों के संपर्क में हैं.