कोरोना वायरस की शुरुआती रिपोर्ट में सामने आया था कि इस वायरस का ज्यादा असर बुजुर्गों पर होता है. भारत में भी मरने वालों की हालिया संख्या से भी इस बात की पुष्टि हुई कि कोरोना बुजुर्गों को ही ज्यादा अपनी चपेट में ले रहा है. हालांकि महाराष्ट्र में बुधवार को आए कोरोना वायरस के 33 नए मामलों में छह दिन का एक शिशु, उसकी 26 वर्षीय मां और एक नर्स शामिल हैं.
इसके साथ ही महाराष्ट्र में इस बीमारी से ग्रस्त लोगों की संख्या बढ़कर 335 हो गई है जबकि 5 नई मौतों के साथ मृतकों की कुल संख्या 16 हो गई है. शिशु के पिता वी. सिंह ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस से को बताया कि शिशु 26 मार्च की रात चेम्बुर के एक अस्पताल में पैदा हुआ, जहां इलाजरत एक मरीज बाद में कोरोना पॉजिटिव पाया गया.
सिंह ने कहा, “हमें तत्काल अस्पताल छोड़ने के लिए कहा गया, जिसे क्वेरेंटीन किया जा रहा था और डॉक्टरों ने हमारी देखभाल से इंकार कर दिया. मेरी पत्नी और मेरे बच्चे की रिपोर्ट लगभग आधी रात को पॉजिटिव आई. तभी से हम कस्तूरबा हॉस्पिटल में हैं.” उन्होंने सरकार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे से अनुरोध से अनुरोध किया है कि उनके बच्चे और पत्नी को उचित इलाज मुहैया कराया जाए.
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