कोरोना महामारी को देखते हुए इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सत्र के लिए कड़े प्रोटोकॉल बनाए गए हैं. इसी बीच चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) की टीम सत्र की शुरुआत में ही किसी ना किसी विवाद में फंसती नजर आई है. एकबार फिर महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली इस टीम को अपने एक खिलाड़ी द्वारा बायो बबल गाइडलाइंस को तोड़ने की वजह से सजा मिली है.
खबरों के मुताबिक चेन्नई (CSK) के तेज गेंदबाज केएल आसिफ ने बायो बबल प्रोटोकॉल को तोड़ा है जिसकी वजह से उन्हें 6 दिनों के क्वारंटाइन की सजा दी गई है.
मालूम हो कि Covid-19 महामारी की वजह से इस बार का टूर्नामेंट भारत के बाहर यूएई में आयोजित किया जा रहा है. खिलाड़ियों की सुरक्षा के मद्देनजर सभी टीमों को बायो बबल में रखा गया है और किसी का भी इससे बाहर जाना मना है. ऐसा करने के दोषी पाए गए खिलाड़ी को कड़ी सजा का प्रावधान है. सीएसके (CSK) के तेज गेंदबाज केएम आसिफ को आईपीएल के बायो बबल को तोड़ने का दोषी पाया गया है.
चाबी खोई और पहुंचे रिसेप्शन पर
चेन्नई (CSK) के गेंदबाज आसिफ ने कुछ दिन पहले बायो बबल को तोड़ा था जिसके बाद उनको 6 दिनों के लिए क्वारंटाइन कर दिया गया. आसिफ जिस होटल के कमरे में ठहरे हुए हैं उन्होंने उस कमरे की चाभी गुम कर दी थी. इसके बाद कमरा खुलवाने के लिए उनको होटल के रिसेप्शन एरिया तक जाना पड़ा. ऐसा करने की वजह से ही बायो बबल टूटा क्योंकि जिस एरिया में आसिफ गए थे वह बबल प्रोटोकॉल से बाहर रखा गया था.
खबरों के मुताबिक, चूंकि आसिफ ने यह गलती पहली बार की है. इसलिए उन्हें कोई बड़ी सजा नहीं दी गई है लेकिन अगर वह ऐसी गलती दोबारा करते हैं तो उन्हें आईपीएल से बाहर होना पड़ सकता है.
सीएसके का इनकार
उधर मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किए गए इन खबरों को सीएसके (CSK) के सीईओ काशी विश्वनाथन ने गलत बताया है. सीईओ का कहना है कि उनके किसी खिलाड़ी ने बायो बबल नहीं तोड़ा है और ऐसा दावा करने वाली सभी बातें बेकार हैं.
सीईओ ने होटल में खिलाड़ियों के लिए अलग से लॉबी होने की बात कही है. हालांकि काशी विश्वनाथन ने चाबी खो जाने की बात को स्वीकार किया है. सीएसके के सीईओ ने कहा, ”चाबी खोने की बात सही है. पर आसिफ रेगुलर स्टाफ के पास नहीं गए वह सिर्फ खिलाड़ियों के लिए अलग से रखे गए स्टाफ के पास ही दूसरी चाबी लेने ही पहुंचे.”