अहमदाबाद: अहमदाबाद के साइकिल चालक विवेक शाह पर कश्मीर से कन्याकुमारी तक सबसे तेज साइकिल चलाने के मामले में धोखाधड़ी करने का आरोप लगा है.Cyclist fraud
विवेक शाह ने 21 नवंबर को श्रीनगर से राइड शुरू की और इसे 7 दिन 12 घंटे 32 मिनट में पूरा करने का दावा किया था. हालांकि, साइकिल चालक पर संदेह के आधार पर जासूसी की जा रही थी.
इस दौरान वह हैदराबाद और बैंगलोर के बीच कार में बैठते हुए देखा गया था.
रिकॉर्ड अपने नाम करने के लिए किया धोखाधड़ी Cyclist fraud
85 साइक्लिंग कल्ब जो एफिलिएशन देने वाली देश की प्रतिष्ठित साइक्लिंग संगठन ओडेक्स इंडिया के रेंडरर्स के साथ-साथ देश के प्रमुख साइकिल चालकों ने मिलकर एक विवेक पर धोखा देने का आरोप लगाया है. Cyclist fraud
ओडेक्स इंडिया और अन्य साइकिल चालक पिछले एक सप्ताह में सोशल मीडिया पर कुछ सबूतों को प्रसारित कर रहे हैं.
ओडेक्स इंडिया की संस्थापक निदेशक दिव्या ताटे, एवरेस्ट समिटर डॉ. महेंद्र महाजन, कर्नल भारत पन्नू और कबीर राचूर सहित देश के प्रमुख साइकिल चालकों ने हैदराबाद कीजासूसी एजेंसी को विवेका जासूसी करने को कहा था.
एजेंसी के लोग गुप्त रूप से विवेक का पीछा कर रहे थे. इस दौरान देखा गया कि वह रिकॉर्ड अपने नाम करने के लिए कार में बैठकर यात्रा कर रहा था.
डॉ. महेंद्र महाजन ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को शिकायत कर इसके बारे में जानकारी दी. विवेक ने व्यक्तिगत राइड करता था तो किसी को कोई दिक्कत नहीं थी. Cyclist fraud
लेकिन वह गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को तोड़ने की कोशिश कर रहा था. जिस पर संदेह हुआ. 26 की रात को, वह हैदराबाद-बैंगलोर राजमार्ग पर एक कार में बैठे पकड़ा गया था.
उसकी धोखाधड़ी के बाद उसके दो चालक दल के सदस्य भी उसका साथ छोड़कर चले गए. उन्होंने कहा कि हमने विवेक शाह के अतीत में धोखा देने का सबूत भी गिनीज बुक को दे दिया है.
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