बंगाल की खाड़ी में कम दबाव के क्षेत्र की वजह से बने ‘जवाद चक्रवात’ के 5 दिसंबर को भारत के तटीय इलाकों में पहुंचने का अनुमान है. मौसम विभाग के मुताबिक ओडिशा आंध्र प्रदेश के अलावा गुजरात के तट से भी यह तूफान टकराएगा. मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान आंध्र प्रदेश, ओडिशा और बंगाल में सबसे अधिक कोहराम मचा सकता है. जानमाल के संभावित नुकसान से बचने के लिए राज्य सरकारों ने संभावित प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को वहां से निकालाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रहे हैं.
IMD महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने इस सिलसिले में जानकारी देते हुए कहा कि जवाद के प्रभाव से उत्तर आंध्र प्रदेश और कोस्टल ओडिशा के तटीय इलाकों में बारिश हो रही है. आज से भारी बारिश होने की संभावना है. इसकी असर से बंगाल में भी बारिश होगी. जवाद अभी पुरी से 400 किमी दूर है. ओडिशा पहुंचने पर इसकी गति 50 किमी प्रति घंटा होने की संभवाना है.
पुरी के पुलिस अधीक्षक कंवर विशाल सिंह ने कहा कि सबकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है. प्रशासन द्वारा ज़रूरतमंदों के लिए शेल्टर की व्यवस्था की जा रही है. तूफान को देखते हुए समुद्र तट पर किसी को जाने की अनुमति नहीं है, तट पर जो पर्यटक थे उन्हें भी हटा दिया गया है.
मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक चक्रवाती तूफान जवाद बंगाल की पश्चिम-मध्य खाड़ी में विशाखापत्तनम से लगभग 230 किमी दक्षिण पूर्व, गोपालपुर से 340 किमी दक्षिण, पुरी से 410 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम और पारादीप से 490 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में केंद्रित है. चक्रवात जवाद के मद्देनजर आंध्र प्रदेश के तीन ज़िलों विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम में 11 NDRF, 5 SDRF, 6 तटरक्षक बल, 10 समुद्री पुलिस दल तैनात किए गए हैं. अभी तक इन ज़िलों के निचले इलाकों से 54,008 लोगों को निकाला गया है.
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