गुजरात में कोरोना का कहर इस कदर बढ़ गया है कि मृतकों को ले जाने के लिए एंबुलेंस की कमी दिखने लगी है. गांधीनगर के एक श्मशान में एम्बुलेंस में एकसाथ चार मृतकों के शवों (Dead Body in Ambulance) को ले जाने की एक फोटो सामने आई है जिसने राज्य की बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
जब स्थानीय अखबारों में एक एम्बुलेंस में चार शवों (Dead Body in Ambulance) की खबरें आईं, तो प्रशासन ने इससे इनकार किया था. लेकिन एक तस्वीर अब सामने आई है जिसमें न केवल नंबर के साथ एम्बुलेंस (Dead Body in Ambulance) दिखाई दे रही है, बल्कि उसमें चार शव (Dead Body in Ambulance) भी रखे गए हैं. इन चार शवों में एक महिला का शव भी है.
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गुजरात की राजधानी गांधीनगर में 10 अप्रैल से कोरोना के कारण 621 मौतें हुई हैं. श्मशान (Dead Body in Ambulance) के आंकड़ों के अनुसार, केवल नवंबर में 170 कोरोना मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया है.
राज्य सरकार अपनी दैनिक रिपोर्ट में गांधीनगर में कोई भी मौत नहीं दिखाया था लेकिन मेयर रीता पटेल ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि राज्य की राजधानी में पिछले 15 दिनों से हर दिन कम से कम एक मौत हो रही थी.
सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना पर मांगी रिपोर्ट
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना के मामलों में वृद्धि पर गुजरात सरकार को फटकार लगाई थी. अदालत ने टिप्पणी की, “गुजरात की स्थिति दिल्ली से आगे है. बदतर स्थिति. इसको लेकर क्या कार्रवाई की गई है? आपके राज्य में क्या हो रहा है? राजनीतिक कार्यक्रमों के संबंध में आप क्या कदम उठा रहे हैं? ”
सुप्रीम कोर्ट ने कोरोना मामलों में बढोतरी को लेकर 48 घंटे में गुजरात, दिल्ली, असम और महाराष्ट्र से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य में वर्तमान महामारी की स्थिति, रोगियों के प्रबंधन की जानकारी और स्थिति को आसान बनाने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी होनी चाहिए.