नई दिल्ली : दिल्ली विधानसभा चुनाव में शाहीन बाग में जारी विरोध प्रदर्शन बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) इसे राजनीतिक मुद्दा बताकर आम आदमी पार्टी पर सवाल खड़े कर रही है. वहीं हैदराबाद से सांसद और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी इस मसले पर बीजेपी को घेर रहे हैं. ओवैसी ने अंदेशा जताया है कि 8 फरवरी के बाद शाहीन बाग को जलियांवाला बाग बना दिया जाएगा.
समाचार एजेंसी ANI की के मुताबिक असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘8 फरवरी के बाद बीजेपी की ओर से शाहीन बाग में गोलियां भी चलाई जा सकती हैं. शाहीन बाग को जलियांवाला बाग बनाया जा सकता है. ऐसा हो सकता है क्योंकि बीजेपी के मंत्री ने गोली मारने की बात की है. सरकार को इस मसले पर जवाब देना चाहिए.’
नागरिकता संशोधन कानून के मसले पर असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सरकार को साफ कहना चाहिए कि 2024 तक देश में एनआरसी लागू नहीं होगा. एनपीआर को लेकर 3900 करोड़ क्यों जारी किए गए हैं. मालूम हो कि 10 अप्रैल 1919 को अंग्रेजों ने अमृतसर के जलियांवाला बाग में हजारों सिखों का नरसंहार किया था. नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में 15 दिसंबर से ही विरोध प्रदर्शन हो रहा है. इस प्रदर्शन में हिस्सा लेने वालों में अधिकतर मुस्लिम महिलाएं शामिल हैं. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, बीजेपी के सांसद प्रवेश वर्मा समेत कई अन्य नेताओं ने बयान दिया है कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनते ही शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी उठ जाएंगे. प्रवेश वर्मा ने एक सभा में कहा था कि 11 फरवरी को बीजेपी की सरकार बनने के एक घंटे बाद ही शाहीन बाग को खाली करा दिया जाएगा.