दिल्ली विधानसभा चुनाव में अब तक के रुझानों से साफ हो गया है कि दिल्ली में एक बार फिर से आम आदमी पार्टी की सरकार बनेगी. चुनाव आयोग के आंकड़ों में दिल्ली में केजरीवाल की सरकार बनती दिख रही है, वहीं बीजेपी को कुछ सीटों का फायदा होता दिख रहा है. मगर कांग्रेस कहीं भी नहीं दिख रही है. इस बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की प्रतिक्रिया आई है. प्रशांत किशोर ने रुझानों में आम आदमी पार्टी की जीत पर दिल्ली और दिल्ली की जनता को धन्यवाद दिया है.
एक समय था जब अरविंद केजरीवाल को लेकर प्रशांत किशोर के मन में थोड़ी खटास आ गई थी. यह वक्त पंजाब विधानसभा चुनाव का था. तब किशोर की टीम ने एक क्लायंट के तौर पर अरविंद केजरीवाल से संपर्क किया था. लेकिन, केजरीवाल ने तब कहा कि उन्हें प्रशांत किशोर की सेवाओं की जरूरत नहीं. तब किशोर की डील कांग्रेस से हुई थी और आप को हराना किशोर के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था. जब केजरीवाल ने दिल्ली चुनाव के लिए उनकी सेवाएं लेने का ऐलान किया तो प्रशांत किशोर ने टिप्पणी की थी कि पंजाब में आप उनके लिए सबसे मुश्किल प्रतिद्वंद्वी साबित हुई थी.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी का चुनाव प्रचार संभालने की डील होने के बााद प्रशांत किशोर की Indian Political Action Committee (IPAC) ने सबसे पहले ग्राउंड सर्वे किया और केजरीवाल की पॉलिटिकल स्ट्रैटजी की स्टडी की. केजरीवाल को पहली सलाह दी गई कि वह बीजेपी या नरेंद्र मोदी पर व्यक्तिगत हमले करने के बजाय अपनी सरकार के काम गिनाएं. केंद्र ने यह नहीं करने दिया, वह नहीं करने दिया, रोड़े अटका दिए के बजाय केजरीवाल के भाषण, इंटरव्यू इस बात पर केंद्रित होने लगे कि हमने इतने स्कूल खोले, स्कूलों का कायाकल्प किया, मोहल्ला क्लीनिक बनाए, सड़क दुर्घटना में घायलों का मुफ्त इलाज करवाया…आदि.
Thank you Delhi for standing up to protect the soul of India!
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) February 11, 2020
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने इससे मैच करते कैंपेन बनाए और प्रचारित करवाए. अच्छे बीते पांच साल, लगे रहो केजरीवाल, दिल ने पुकारा केजरीवाल दोबारा… IPAC में काम करने वाले एक विश्वस्त सूत्र ने बताया कि हर विधानसभा सीट में समर्पित वॉलंटियर्स लगाए. इसके लिए आप के कार्यकर्ताओं को ट्रेंड किया गया.
बता दें कि दिल्ली चुनाव में अब तक के रुझानों में आम आदमी पार्टी 57 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं बीजेपी 13 सीटों पर आगे है। फिलाहल अभी तक कांग्रेस का एक भी जगह से खाता नहीं खुला है। वोट फिसदी की बात करें तो आम आदमी पार्टी को 53 फीसदी वोट मिलते दिख रहे हैं, वहीं बीजेपी को करीब 39 फीसदी