भुज की स्वामीनारायण मंदिर द्वारा संचालित सहजानंद गर्ल्स इंस्टीट्यूट में छात्राओं के मासिक धर्म की जांच के लिए की गई शर्मनाक घटना को सीएम विजय रूपाणी ने दु:खद बताया है. उन्होंने आदेश दिया है कि इस मामले की जांच की जाए और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए.मामले को लेकर बढ़ते विवाद के बाद अब इस पूरे मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया है गया है. भुज के डीवायएसपी के अंडर में तीन पुलिस सब इंस्पेक्टर और एक पुलिस इंस्पेक्टर मामले की जांच कर सीट को अपना रिपोर्ट सौंपेंगे.
इस पहले इस शर्मनाक घटना को लेकर महिला आयोग ने पश्चिम कच्छ के पुलिस अधीक्षक से पूरी घटना की रिपोर्ट मांगी है. जिसके बाद पुलिस विभाग हरकत में आते हुए महिला कॉलेज पहुंचकर पीड़ित युवतियों से बातचीत, और प्रिंसीपल रीटा बेन राणींगा, को-आर्डिनेटर अनिता बेन, प्यून नयना बेन और सुपरवाइजर रमीला बेन के खिलाफ एफआईआर दर्ज की. इन पर आरोप है कि इन्होंने छात्राओं के मासिक धर्म की जांच के लिए उनके कपड़े उतरवाए. साथ ही यह धमकी भी दी थी कि इसका जिक्र किसी से किया, तो कॉलेज से निकाल दिया जाएगा.
मामला सामने आने के बाद जहां गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी मामले में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई का आदेश जारी किया है. वहीं मामले को शर्मनाक बताते हुए जिला कांग्रेस ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर यह मांग की है कि जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई की जाए. ज्ञापन में कहा गया है कि गुजरात में इस तरह की घटनाएं होती ही रहती हैं. इस घटना ने पूरी मानवता को शर्मसार किया है. ट्रस्टियों, संचालकों ने रूढीवादी मानसिकता का परिचय दिया है. इन्हें माफ नहीं किया जाना चाहिए.