गुजरात के राजकोट जिले में 4.1 तीव्रता के भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए हैं. गांधीनगर स्थित भूकंप विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) के अनुसार भूकंप शाम 3 बजकर 49 मिनट पर आया जो जिले के उपलेटा से 25 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व में 14.5 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था.
इससे पहले 2 सितंबर को कच्छ से 4.1 तीव्रता का भूकंप (Earthquake) आया था. कच्छ जिले के दुधई से 7 किमी उत्तर-उत्तर पूर्व में भूकंप (Earthquake) का केंद्र दोपहर 2.09 बजे दर्ज किया गया. स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि भूकंप में किसी के घायल या हताहत होने की कोई सूचना नहीं है.
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इससे पहले आज दोपहर लेह और अरुणाचल प्रदेश में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. लेह में आए भूकंप (Earthquake) की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.2 थी. जबकि अरुणाचल प्रदेश में आए भूकंप की तीव्रता 3.5 थी.
लोगों में डर का माहौल
हालांकि राजकोट में भूकंप (Earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए. लोगों को अपने घरों का हिलना महसूस किया. इसके बाद लोगों में काफी डर का माहौल रहा. इससे पहले जामनगर में 2.3 तीव्रता का एक हल्का भूकंप दर्ज किया गया था. भूकंप का केंद्र सौराष्ट्र के जामनगर के लालपुर से 19 किलोमीटर पूर्व-उत्तर पूर्व में था. वहीं अगस्त की शुरुआत में, दक्षिण गुजरात के भरूच से रिक्टर स्केल पर 3.3 तीव्रता का भूकंप आया था.
लगातार आ रहे हैं भूकंप
वहीं 5 जुलाई को कच्छ के भचाऊ में 4.2 तीव्रता का भूकंप (Earthquake) आया था. इसका उपकेंद्र भचाऊ से 14 किमी दूर था. मालूम हो कि कच्छ जिला “बहुत उच्च जोखिम वाले” भूकंपीय क्षेत्र में स्थित है और कम तीव्रता वाले भूकंप नियमित रूप से वहां आते हैं. इससे पहले गुजरात में 2001 में भयंकर भूकंप आया था जो पिछली दो शताब्दियों में भारत में तीसरा सबसे बड़ा और दूसरा सबसे विनाशकारी भूकंप था.