देश के कई हिस्सों में शनिवार को भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए. गुजरात के भरूच में भूकंप के झटके महसूस किए गए. ये भूकंप (Earthquake) तीन बजकर 39 मिनट पर आया. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.2 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने इस बात की जानकारी दी. हालांकि इस दौरान किसी तरह के किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है.
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भूकंप (Earthquake) का केंद्र भरूच से 36 किलोमीटर दूर नैत्रंग मोटा माल पर बताया जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक शनिवार को भरूच के अलावा सूरत, नर्मदा, अंकलेश्वर, खेड़ा व वडोदरा आदि शहरों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए. इससे पहले गुजरात के ही कच्छ में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. 25 अक्टूबर को कच्छ में 3.6 तीव्रता का भूकंप का झटका आया था.
अंडमान में आया भूकंप
वहीं केंद्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार द्वीप समूह दोपहर को भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए गए हैं. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, अंडमान के पोर्ट ब्लेयर में रिक्टर स्केल पर भूकंप (Earthquake) की तीव्रता 3.6 रही. सेंटर ने बताया कि इसका केंद्र पोर्ट ब्लेयर के दक्षिण-पूर्व में 143 किमी पर था.
भूकंप आता कैसे है?
पृथ्वी की बाहरी सतह सात प्रमुख और कई छोटी पट्टियों में बंटी होती है. 50 से 100 किलोमीटर तक की मोटाई की ये परतें लगातार घूमती रहती हैं. इसके नीचे तरल पदार्थ लावा होता है और ये परतें (प्लेटें) इसी लावे पर तैरती रहती हैं और इनके टकराने से ऊर्जा निकलती है, जिसे भूकंप (Earthquake) कहते हैं.
भारतीय उपमहाद्वीप को भूकंप के खतरे के लिहाज से सीसमिक जोन 2,3,4,5 जोन में बांटा गया है. पांचवा जोन सबसे ज्यादा खतरे वाला माना जाता है. पश्चिमी और केंद्रीय हिमालय क्षेत्र से जुड़े कश्मीर, पूर्वोत्तर और कच्छ का रण इस क्षेत्र में आते हैं.