देश के कई हिस्सों में भूकंप (Earthquake) के आने का सिलसिला जारी है. गुजरात में भी लगातार भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किए जा रहे हैं. इसी बीच बुधवार को कच्छ जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए. जानकारी के मुताबिक कच्छ में 4.3 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया है.
कच्छ में बुधवार सुबह 9:46 बजे भूकंप (Earthquake) के झटकों से धरती हिलने लगी. बताया जा रहा है कि भूकंप का केंद्र खवाड़ा से 26 किलोमीटर दूर था. भूकंप ने कच्छ के कई हिस्सों को प्रभावित किया है. हालांकि अभी तक किसी प्रकार के जानमान की क्षति की सूचना नहीं मिली है.
यह भी पढ़ें: देश में कोरोना संक्रमण की गति में उछाल, 24 घंटों में 20,550 नए मरीज मिले
मालूम हो कि 26 जनवरी 2001 में आए विनाशकारी भूकंप (Earthquake) के बाद गुजरात का कच्छ-भुज पूरी तरह से तबाह हो गया था. तब भूकंप में हजारों लोगों की मौत हुई थी और अरबों की संपत्ति सवाहा हो गई थी.
सोमनाथ में लगातार 19 झटके
मालूम हो कि दिसंब की शुरुआत में गुजरात के सोमनाथ जिले में लगातार 19 भूकंप (Earthquake) के झटकों से राज्य सहम गया था. तब जिनकी तीव्रता 1.7 से 3.3 के बीच मापी गई थी. हालांकि अधिकारियों ने जानकारी दी थी कि उस दौरान किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है. आईएसआर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इसे मानसून की वजह से होने वाली भूकंपीय गतिविधि बताया था.
वहीं 18 दिसंबर को देर रात दिल्ली एनसीआर में 4.2 की तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. झटके इतने तेज थे कि लोगों को महसूस हुए और डर के कारण लोग सड़कों पर भागे निकले थे. दिल्ली ही नहीं ये झटके नोएडा और गाजियाबाद में भी भूकंप के झटके मससूस किए गए थे. इसके अलावा राजस्थान और मणिपुर में भी भूकंप आया था.
क्यों आ रहे हैं भूकंप
भारतीय उपमहाद्वीप में विनाशकारी भूकंप (Earthquake) आते रहे हैं. 2001 में गुजरात के कच्छ क्षेत्र में आए भूकंप में हजारों की संख्या में लोग मारे गए थे. भारत तकरीबन 47 मिलीमीटर प्रति वर्ष की गति से एशिया से टकरा रहा है. टेक्टॉनिक प्लेटों में टक्कर के कारण ही भारतीय उपमहाद्वीप में अक्सर भूकंप आते रहते हैं. हालांकि भूजल में कमी से टेक्टॉनिक प्लेटों की गति में धीमी हुई है.