संसद के बजट सत्र का आगाज हो चुका है. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. अपने अभिभाषण में उन्होंने आतंकवाद, राम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला, नागरिकता कानून, अनुच्छेद 370 और 35ए हटाने सहित कई मुद्दों पर बात की. इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में वित्त वर्ष 2020-21 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण को संसद के पटल पर पेश करते हुए वित्त वर्ष 2021 के लिए जीडीपी ग्रोथ 6-6.5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2020 में जीडीपी ग्रोथ 5 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार को ग्रोथ बढ़ाने के लिए कई कदम उठाने होंगे. वित्त वर्ष 2021 में पेट्रोलियम सब्सिडी पर असर पड़ सकता है. वित्त मंत्री ने कहा कि फूड सब्सिडी पर काबू पाने पर जोर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि भविष्य में घरों की बिक्री बढ़ी तो बैंक और NBFCs को काफी फायदा हो सकता है.
वित्त मंत्री ने कहा कि खाड़ी देशों में तनाव की वजह से कच्चे तेल की कीमतों पर काफी असर पड़ा है. उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में अनुमान से कम टैक्स की वसूली हो सकती है. चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में ग्रोथ में सुधार दिखाई पड़ सकता है. उन्होंने कहा कि रियल एस्टेट कंपनियों को कीमतों को घटाना चाहिए. ग्लोबल ट्रेंड की चिंताओं की वजह से एक्सपोर्ट पर काफी असर पड़ सकता है.