- हाथरस मामले में ED ने किया सनसनीखेज खुलासा
- जातीय दंगा फैलाने के लिए मॉरीशस से भेजे गए 50 करोड़
- हाथरस गैंग रेप के बहाने राज्य में जातीय दंगा फैलाने की साजिश
हाथरस गैंगरेप की आड़ में उत्तर प्रदेश में जातीय हिंसा भड़काने के में प्रवर्तन निदेशालय की शुरुआती जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के पास मॉरिशस से 50 करोड़ आए थे.
ईडी ने दावा किया है कि इसके अलावा और भी फंडिंग की गई है जो 100 करोड़ से अधिक रुपए की थी. फिलहाल इस मामले की ईडी गहराई से जांच कर रही है.
योगी सरकार हलफनामा में हिंसा का कर चुकी है उल्लेख
कल योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर हलफनामा पेश किया था. जिसमें दावा किया गया था कि अगर सरकार रात में पीड़िता की अंतिम संस्कार नहीं करवाती तो सुबह हिंसा भड़क सकती थी.
सरकार ने दावा किया कि खुफिया इनपुट मिला था कि इस मामले के बहाने राज्य में बड़े पैमाने पर जातीय हिंसा भड़काने की साजिश की जा रही थी.
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बनाई गई थी जस्टिस फॉर हाथरस नामक वेबसाइट
ED के अधिकारियों के मुताबिक हाथरस पुलिस ने ‘जस्टिस फॉर हाथरस’ नामक वेबसाइट को लेकर मामला दर्ज कर चुकी है. जांच एजेंसियां अब इस एंगल से मामले की जांच कर रही है.
इस पहले जांच एजेंसियों ने दावा किया था कि कुछ लोग हाथरस के बहाने राज्य का माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि इस मंसूबे को अंजाम तक पहुंचाने के लिए रातों रात एक वेबसाइट बना ली गई थी. मामला सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आ गई थी.
कल मथुरा से चार लोगों को गिरफ्तार किया था इनका संबंध पीएफआई से बताए जा रहे हैं.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार पर पहले से ही नागरिकता संशोधन कानून मामले को लेकर इस संस्था पर प्रतिबंध लगाने की मांग कर चुकी है.
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