यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के मुंबई स्थित आवास पर शुक्रवार को वर्तन निदेशालय (ED) ने छापा मारा. कपूर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले की जांच चल रही है. अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी उनके समुद्र महल आवास पर की जा रही है. यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत की गई है तथा इसका उद्देश्य और सबूत जुटाना है.
मालूम हो कि यस बैंक की माली हालत खराब होने के चलते रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने पैसों की निकासी पर 50,000 रुपये की तय सीमा कर दी है. रकम निकासी की शर्तें ये भी हैं कि अगर किसी ग्राहक के एक से ज़्यादा अकाउंट हैं, तो भी वो सभी खातों को मिलाकर सिर्फ़ 50 हज़ार रुपये निकाल पाएगा. ये पाबंदी पांच मार्च से शुरू हुई है जो तीन अप्रैल तक जारी रहेगी. इस दौरान बैंक के बोर्ड पर RBI का कब्ज़ा रहेगा. RBI ने सरकार से विचार-विमर्श के बाद ये फ़ैसला लिया है. लंबे समय से यस बैंक की माली हालत खराब है और बैंक पिछले काफी समय से फंड जुटाने की कोशिश कर रहा था.
खाताधारकों की चिंता को देखते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भरोसा दिया कि उनका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है और जल्द ही इस संकट का हल निकाल लिया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि यस बैंक के पुनर्गठन की योजना तैयार है. येस बैंक अपनी सारी जवाबदेहियां पूरी करेगा और सारी देनदारी निबटाएगा. उधर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यस बैंक की मदद के लिए आगे आया है.
राणा कपूर को प्रवर्तन निदेशालय को पूछताछ के लिए अपने दफ़्तर ले गई है. गुरुवार ED ने मुंबई स्थित उनके घर पर छापा मारा था. इस दौरान यस बैंक से जुड़े दस्तावेज़ खंगाले गए. सूत्रों के मुताबिक ईडी ने शुरुआती जांच में ये पता लगाया है कि यस बैंक ने DHFL को क़रीब 3 हज़ार करोड़ का बैड लोन दिया था. राणा कपूर और DHFL के बीच संबंध का पता लगाने की भी कोशिश की जा रही है. आरोप है कि कर्ज के बदले में कपूर की पत्नी के खातों में कथित तौर पर रिश्वत की रकम भेजी गई थी. एजेंसी अन्य कथित अनियमितताओं की भी जांच कर रही है.
https://archivehindi.gujaratexclsive.in/sbi-came-forward-on-yes-bank-crisis-said-plan-to-buy-49-percent-shares/