फेसबुक ने अपनी लेटेस्ट ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट में बताया है, ‘हमने फेक अकाउंट्स को पहचानने की क्षमता को बेहतर किया है. इससे फेक अकाउंट्स से निपटने में मदद मिलेगी. डिटेक्शन सिस्टम की मदद से कंपनी हर रोज लाखों फेक अकाउंट्स को बनने से रोकती है. फेसबुक के मुताबिक, फेक अकाउंट वे होते हैं जिन्हें किसी व्यक्ति या संस्थान के नाम से बनाए जाते हैं और जिनका वास्तविकता से कोई लेना-देना ही नहीं है.
सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक ने अपने प्लेटफॉर्म से करीब 540 करोड़ खाते हटा दिए हैं। इस साल निष्क्रिए किए गए ये सभी खाते फर्जी थे और फेक न्यूज फैलाने में लिप्त पाए गए। सोशल नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म ने बताया कि इनके अलावा 25 लाख से पोस्ट पिछली तिमाही में हटाई गई हैं। इनमें से ज्यादातर पोस्ट उपयोगकर्ताओं को आत्महत्या और खुद को चोट पहुंचाने के लिए उकसा रहे थे।
इसके अलावा फेसबुक ने 44 लाख वैसी पोस्ट भी हटाईं हैं जो कि ड्रग और नशे के व्यापार को बढ़ावा दे रही थी। ब्लॉग पोस्ट के जरिये फेसबुक की ओर से यह इसकी जानकारी दी गई। गौरतलब है कि पिछले साल चर्चा में रहे डेटा चोरी विवाद के बाद फेसबुक ने अपनी निजता नीति में लगातार बदलाव किए हैं। साथ ही अफवाहों को रोकने के लिए कई अहम कदम उठाए हैं।